साहसिक पर्यटन को लगेंगे पंख - TOURIST SANDESH

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सोमवार, 17 अगस्त 2020

साहसिक पर्यटन को लगेंगे पंख

 साहसिक पर्यटन को लगेंगे पंख

पौड़ी। मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देशन में साहसिक पर्यटन की सम्भावनाओं को तलाशती पौड़ी पर्यटन विभाग की टीम, साहसिक खेल अधिकारी जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, आर.एम. पर्यटन सुश्री सरोज कुकरेती, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दिपेश काला, व समाजसेवी राजेन्द्र सिह रावत सहित अन्य गणमान्यों के मौजूदगी में जलक्रीड़ा एक्सपर्ट द्वारा जनपद के सतपुली क्षेत्रार्न्तगत नयार नदी में खैरासैंण से सतपुली तक जलक्रीड़ा प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु कयाकिंग, राफ्टिंग के ट्रायल सर्वे किया। जिसमे राफ्टिंग  को भी शामिल किया गया।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशन में साहसिक पर्यटन की सम्भावनाओं को तलाशने के लिए पौड़ी पर्यटन विभाग की टीम कार्य में जुटी हुई है। सतपुली एँगलिंग कैम्प के अस्तित्व में आने के साथ ही नयार घाटी साहसिक पर्यटन के केन्द्र के रूप में अपनी जगह बना लेगा .मानसून में राफ्टिंग ,कयाकिंग गंगा नदी में मानसून में राफ्टिंग की ऐक्टिविटीज की कमी को पूरा करेगा वही एँगलिंग ,बर्ड वॉचिंग और पेरामोटरिंग साल भर पर्यटकों को आकर्षित करने का काम करेंगी. जिससे क्षेत्रवासियों को अपने ही क्षेत्र में स्वरोजगार की संभावना बढ़ेगी।

साहसिक खेल अधिकारी जिला पर्यटन विकास अधिकारी पौड़ी खुशाल सिंह नेगी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन पर नयार नदी में जल क्रीडा के क्षेत्र में स्वरोजगार की संभावना को तराशते हुए, जनपद के क्षेत्रान्तर्गत युवा एवं युवतियों को स्वरोजगार हेतु आत्म निर्भर बनाने के लिए उन्हे प्रशिक्षित कर दक्ष बनाये जाना है। जो आने वाले समय में अपने क्षेत्रों में जलक्रीड़ा में भविष्य को संवारते हुए गाईड के रूप में कार्य कर, आत्म निर्भर बन सकेंगे। उन्होने कहा कि आज जलक्रीड़ा विशेषज्ञों के द्वारा नयार नदी में प्रशिक्षण हेतु कयाकिंग,राफ्टिंग के ट्रायल सर्वे किया गया है। जिसमें विशेषज्ञों द्वारा नदी में जलक्रीड़ा कर स्थलों को भली भॉति निरीक्षण कर चिन्हित किया जा रहा है। उन्हांने बताया कि जलक्रीड़ा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के युवा एवं युवतियों को प्री-बेसिक, बेसिक एवं एडवांस तीन तरह की प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिसमें जलक्रीड़ा विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को बेहतर प्रशिक्षण देकर दक्ष बनाया जायेगा।

जलक्रीड़ा विशेषज्ञ एडवेंचर निदेशक प्रवीण रांगड व जलक्रीड़ा विशेषज्ञ दलों द्वारा कयाकिंग एवं राफ्टिंग एवं अन्य जलक्रीड़ा संबंधि कार्यक्रम के लिए उपयुक्त बताया। कहा कि साल के सभी महिने यहां अलग अलग कार्यक्रम आयोजित किये जा सकेंगे। मानसून सीजन में कयाकिंग के लिए वाईल्ड वाटर में अनुभवी लोगो के लिए बेहतर है। साथ ही मानसून सीजन में बड़ी नदियों में उफान आने से वहां पर आने वाले लोगों को जलक्रीड़ा कार्यक्रम हेतु यहां पर डायबर्ट किया जा सकता है। जो कि उनके लिए एक सुनहरा अवसर होगा।

इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता वृजमोहन रावत, वेद प्रकाश वर्मा, पी. एस. नेगी, गणेश रावत, कालिंदी एडवेंचर निदेशक प्रवीण रांगड, वीरेन्द्र नौटियाल, कयाकर गाईड पवन सिंह, आशीष रावत, प्रवीन रावत आशीष पुण्डीर, पवन राणा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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