24 तत्वों से मिलकर बना है मानव शरीर - कथावाचक आचार्य सतीश जुगड़ी
विकास नगर/देहरादून। मानव शरीर 24 तत्वों से मिलकर बना है। यह बात नौटियाल परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा सप्ताह में कथावाचक सतीश जुगड़ी ने भागवत कथा माहात्म्य बताते हुए कही। उन्होंने कहा कि, स्वार्थ के वशीभूत होकर मानव मोह-माया में बंधा है परन्तु मानव जीवन की एक कमी जीने की वजह बन जाती है तथा प्रत्येक मनुष्य में कोई न कोई कमी अवश्य होती है। ज्ञान मार्ग, भक्ति मार्ग तथा कर्म मार्ग मानव जीवन में मुक्ति के मार्ग हैं। भागवत कथा सप्ताह के आयोजन करने से मानव का कल्याण होता है तथा यह कथा परम् कल्याणकारी है। उन्होंने इस अवसर पर भागवत कथा महात्म्य के अनेक प्रसंग सुनाये।
उन्होंने कहा कि, भागवत कथा केवल एक धार्मिक प्रवचन मात्र नहीं है, बल्कि आत्मा को परमात्मा से जोड़ने वाला सेतु है। यह मनुष्य को उसके वास्तविक स्वरूप (आत्मा) की पहचान कराकर उसे भगवत्स्वरूप बनाती है।
इस अवसर पर मुन्नी देवी नौटियाल, कुशला देवी, ऊषा देवी, ऊषा नौटियाल, हर्ष देव नौटियाल, मथुरा प्रसाद नौटियाल, लक्ष्मी जुयाल, राकेश जुयाल, कुसुम नौटियाल, मुकेश नौटियाल, नीना नौटियाल, राजेश नौटियाल, प्रतिमा नौटियाल, दीपा नौटियाल, दिनेश नौटियाल, ज्योति नौटियाल, प्रवेश नौटियाल, अर्चना नौटियाल आदि पारिवारिक जन उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि, भागवत कथा केवल एक धार्मिक प्रवचन मात्र नहीं है, बल्कि आत्मा को परमात्मा से जोड़ने वाला सेतु है। यह मनुष्य को उसके वास्तविक स्वरूप (आत्मा) की पहचान कराकर उसे भगवत्स्वरूप बनाती है।
इस अवसर पर मुन्नी देवी नौटियाल, कुशला देवी, ऊषा देवी, ऊषा नौटियाल, हर्ष देव नौटियाल, मथुरा प्रसाद नौटियाल, लक्ष्मी जुयाल, राकेश जुयाल, कुसुम नौटियाल, मुकेश नौटियाल, नीना नौटियाल, राजेश नौटियाल, प्रतिमा नौटियाल, दीपा नौटियाल, दिनेश नौटियाल, ज्योति नौटियाल, प्रवेश नौटियाल, अर्चना नौटियाल आदि पारिवारिक जन उपस्थित थे।
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