दलित साहित्य दिवस के रूप में मनाया प्रोफेसर सोहनपाल सुमनाक्षर का 84 वां जन्मदिन
कोटद्वार। भारतीय दलित साहित्य अकादमी गढ़वाल मंडल की ओर से पदमपुर कोटद्वार में आयोजित कार्यक्रम में ’भारतीय दलित साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर सोहनपाल सुमनाक्षर का 84 वां जन्मदिन पांचवा दलित साहित्य दिवस के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अकादमी के मंडलीय अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल आर्य ’सर्वोदय पुरुष’ ने तथा संचालन पार्षद सुखपाल शाह ने किया।
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि, भगवान बुद्ध नेशनल फेलोशिप अवार्ड से सम्माननित समाजसेवी वयोवृद्ध चक्रधर शर्मा ’ कमलेश’ ने कहा कि डॉ. सुमनाक्षर सामाजिक ताने बाने के समतलीकरण के लिए दशकों से कार्य कर रहे हैं जिससे समतामूलक समाज की स्थापना हो सके । विशिष्ट अतिथि शूरबीर खेतवाल ने कहा कि डॉ. सुमनाक्षर द्वारा मुझे भी “ डॉ.अम्बेडकर नेशनल फेलोशिप अवार्ड -2018“ से सम्माननित किया गया था । डॉ. सुमनाक्षर की सरलता, सादगी, सहजता व आदरभाव जैसे गुण अकादमी को एक सूत्र में पिरोये हुए हैं
सभा मे उपस्थित साहित्यकारों, शिक्षाविदों, समाजसेवियों, पत्रकारों , उद्योगपतियों व समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा ’डॉ. सुमनाक्षर को उनकी 84 वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं प्रेषित की गई व उनके सुखद भविष्य एवम दीर्घायु की कामना की गई’। कार्यक्रम में सुदीप बौंठियाल, ओमप्रकाश आर्य, अजय नेगी ,भारत सिंह, कुसुमलता आर्य, पूर्व ग्रामप्रधान सुनीता देवी व शशिकांत आदि उपस्थित थे ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें