चिट्ठी सम्मान से सम्मानित हुए डॉ नन्द किशोर ढौंडियाल

देहरादून। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में चिट्ठी सम्मान एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ नन्द किशोर ढौंडियाल, पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष, महाविद्यालय कोटद्वार एवं ऋषिकेश को लोकसाहित्य तथा लोक विधा में शानदार कार्य करने के लिए चिट्ठी सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी ने की तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी, घनसाली शैलेन्द्र सिंह नेगी, विशिष्ट अतिथि कविन्द्र इष्टवाल तथा नीरज पन्त थे। इस अवसर पर साहित्यकार डॉ नन्द किशोर ढौंडियाल ने कहा कि, लोकभाषा तथा लोकसाहित्य को संरक्षित करने की आवश्यकता है साथ ही मातृभाषा के संरक्षण के लिए अपनी नई पीढ़ी को घर से ही भाषायी ज्ञान कराने की आवश्यकता है। इस अवसर पर चिट्ठी पत्री वार्षिक अंक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में गढ़वाली काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के आयोजक तथा चिट्ठी पत्री के प्रधान सम्पादक मदन मोहन डुकलान ने सभी उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया। आशीष सुन्दरियाल ने वार्षिक अंक 2023 के बारे बताया कि, यह चिट्ठी पत्री का चौथा अंक है, इसमें गढ़वाली, कुमाऊंनी, रांवल्टी आदि बोली- भाषा की रचनाओं को सम्मलित किया गया है।

इस अवसर पर डॉ मनोरमा ढौंडियाल, बीना बेंजवाल, रमाकांत बेंजवाल, दिनेश ध्यानी, देवेन्द्र जोशी, कीर्ति नवानी, अनूप कठैत, प्रदीप बहुगुणा, जयपाल रावत, जगमोहन सिंह रावत ’जगमोरा’, विजय कुमार ’मधुर’, चन्द्र प्रकाश नैथानी, ओम बधानी, जनार्धन बुडाकोटी, गिरीश सुन्दरियाल, भगवती सुन्दरियाल, रमेश घिल्डियाल आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन धमेन्द्र सिंह नेगी ने तथा द्वितीय सत्र का संचालन गणेश खुकसाल ‘गणी’ किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें