समाज सेवा के लिए समर्पित व्यक्तित्व : सुरेन्द्र लाल आर्य - TOURIST SANDESH

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सोमवार, 18 जनवरी 2021

समाज सेवा के लिए समर्पित व्यक्तित्व : सुरेन्द्र लाल आर्य

 

समाज सेवा के लिए समर्पित व्यक्तित्व : सुरेन्द्र लाल आर्य




 



बचपन में आपने सन्त निकोलस की कहानी पढ़ी और सुनी होगी। सन्त निकोलस किस प्रकार से एक गरीब, निराश्रित परिवार की मदद करने के लिए उनके घर के अन्दर खिड़की से रात के अन्धेरे में चुपचाप सोने की छड़ डाल देते थे। हमारे आसपास भी कुछ ऐसे ही व्यक्तित्व हैं जो कि, समाज में सन्त निकोलस की भूमिका निभा रहे हैं। पूर्ण निष्ठा और समर्पण भाव से समाज सेवा के लिए समर्पित ऐसे व्यक्तित्व समाज हित में निरन्तर सक्रिय हैं।  उन्हीं समाज सेवियों में एक समाज सेवी है सुरेन्द्र लाल आर्य।
समाज सेवा के लिए समर्पित सुरेन्द्र लाल आर्य आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। स्वभाव से सहज, सरल और सौम्यता से परिपूर्ण सुरेन्द्र लाल आर्य निस्वार्थ भाव से समाज सेवा में सक्रिय हैं। कर्तव्यनिष्ठा और गजब की सांगठनिक क्षमता होने के कारण समाज में उन्हें विशिष्ट स्थान हासिल है। समानता और समतामूलक सामाजिक व्यवस्था की स्थापना के लिए आप निरंतर सक्रिय हैं। आकाशवाणी नज़ीबाबाद एवम आकाशवाणी देहरादून से आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती , संविधान निर्माता भारतरत्न डॉ. अम्बेडकर पर आपकी वार्ताएं प्रसारित होती हैं, भारतीय स्टेट बैंक कोटद्वार से सेवानिवृत्त के बाबजूद आकाशवाणी देहरादून से " कैश लेस पद्दति आज की आवश्यकता" पर आपकी वार्ताएं प्रसारित होती हैं। तथा बिभिन्न पत्र पत्रिकाओं में आपके लेख छपते रहते हैं।


स्कूली शिक्षा के दौरान " हमारे पूर्वज " नामक पुस्तक ने आपको महापुरुषों की ओर आकर्षित किया, जिसके फलस्वरूप आपने " आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट " (पंजीकृत) कोटद्वार की स्थापना की। 
इस ट्रस्ट के माध्यम से आप महर्षि दयानंद सरस्वती, संविधान निर्माता भारतरत्न डॉ. बी .आर. अम्बेडकर, महान वैज्ञानिक डॉ. ए .पी .जे .अब्दुल कलाम, लाल बहादुर शास्त्री, मदर टेरेसा, नेल्सन मंडेला, महात्मा गांधी, भगवान बुद्ध, नेता जी सुभाषचंद्र बोस, सरदार भगत सिंह, सन्त रविदास, गुरू नानकदेव जी आदि महापुरुषों के विचारों का प्रवाह करते हैं तथा उनकी जयंती एव पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं । उत्तराखंड में भूदान आंदोलन के प्रणेता स्व. सोहन भूभिक्षु उर्फ स्वामी योगानंद, सर्वोदय सेवक मानसिंह रावत एवं सर्वोदयसेवक  बलवन्त सिंह भारती की प्रेरणा, सर्व धर्म समभाव, मानव-मानव एक समान, एक ईश्वर की सब संतान की पवित्र उद्देश्य आपको  सर्वोदय सेवा की ओर खींच लाई। वर्तमान में आप गढ़वाल सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष तथा अन्य विभिन्न समितियों से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।
समाज हित में आप विभिन्न सामाजिक संगठनों में सक्रिय हैं । आपका जन्म 01 जनवरी 1956 को उत्तराखण्ड राज्य के पौड़ी जिले के ग्राम नन्दपुर पट्टी-मोटाढ़ाक कोटद्वार गढ़वाल में भूदान आन्दोलन के सिपाही दानवीर गिरधारी लाल आर्य एवं श्रीमती  सौंणी देवी के चौथी सन्तान के रूप में हुआ। विनोबा भावे के भूदान आन्दोलन से प्रेरित आपके माता-पिता कृषक थे।  बचपन के संस्कारों का आपके जीवन पर अमिट छाप है तथा आप भी समाज सेवा की राह में निरन्तर अग्रसर हैं। आपकी प्राथमिक शिक्षा कोटद्वार भाबर में ही सम्पन्न हुई आपने स्नातक की परीक्षा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग जिला चमोली से उत्तीर्ण की। नवम्बर 1976 से दिसम्बर 2015 तक आपने भारतीय स्टेट बैंक के विभिन्न पदों तथा शाखाओं में कार्य किया। बैंकिंग सेवा में रहते हुए भी आप बचपन से मिले संस्कारों से आत्मसात करते हुए  समाज हित में निरन्तर सक्रिय रहे। बैंकिंग सेवा में रहते हुए समाज के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करते हुए आपने उच्च आदर्श मूल्यों  तथा नीतियों का पालन कर बैंकिंग सेवा में उच्च मापदण्ड स्थापित किये। वेदों के प्रचारक, वैदिक संस्कृति के प्रबल समर्थक तथा भारतीय स्वतन्त्रता की अलख जगाने वाले आर्य समाज के संस्थापक तथा प्रसिद्ध समाज सुधारक स्वामी दयानन्द सरस्वती की शिक्षाकों का आपके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा। स्वामी जी से प्रभावित होकर आपने उन्हें अपना आदर्श माना है। स्वामी दयानन्द सरस्वती के विचारों को आत्मसात करते हुए आप चार दशक से भी अधिक समय से बैंक सेवा के साथ-साथ दीन-दुखियों वंचितों, शोषितों, निर्धन छात्र-छात्राओं की सेवा में तन-मन-धन से सेवारत रहे। सेवा निवृत्ति के बाद भी आप समाज सेवा में निरन्तर सक्रिय हैं। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर आपने समाज के विभिन्न समुदायों के लिए मानव सेवा धर्म निभाया है।
मुख्य संस्थायें - जिनसे जुड़कर आप समाज सेवा में सक्रिय हैं :-
- आर्य समाज, सर्वोदय, भारतीय दलित साहित्य एकादमी, अखिल भारतीय नशाबन्दी परिषद, विशम्बर दयाल मुनि ट्रस्ट, मुनि विश्वकर्मा ट्रस्ट, आर्य गिरधारी लाल महर्षि दयानन्द ट्रस्ट ;पंजी0द्ध आदि विभिन्न संस्थाओं में आप निरन्तर समाज हित में सक्रिय हैं।
सम्मान- समाज सेवा के क्षेत्र में आपको उल्लेखनीय योगदान के लिए समय-समय पर विभिन्न राष्ट्रीय, राज्य तथा क्षेत्रीय स्तर की संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। अब तक समाज सेवा के क्षेत्र में आपको 70 से अधिक सम्मान हासिल हो चुके हैं। उनमें मुख्य हैं - डॉ0 अम्बेडकर अवार्ड-2019 दिल्ली, डॉ0 अम्बेडकर विशिष्ट सेवा अवार्ड -2015 दिल्ली; सर्व धर्म सम्भाव राष्ट्रीय सम्मान-2019 ;दिल्ली, राजीव गांधी लीडरशिप अवार्ड-2014, नोबल इण्डिया अवार्ड -2008 दिल्ली, भगवान बुद्ध  राष्ट्रीय फैलोशिप अवार्ड-2011 आदि प्रमुख हैं। समाज हित में आपकी सेवायें आज भी निरन्तर जारी हैं। 
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