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मंगलवार, 5 नवंबर 2019

एन.डी.बी.आर. ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित की कार्यशाला

एन.डी.बी.आर. ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित की  कार्यशाला

कोटद्वार। ‘नन्हीं दुनिया, भावी राष्ट्र’ स्वयं सेवी संस्था के द्वारा पदमपुर सुखरौ में लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जन्म जयन्ती पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के प्रतीक राष्ट्रीय एकता दिवस पर कार्यशाला में उपस्थित नागरिकों ने सर्वप्रथम् राष्ट्रीय एकता एवं राष्ट्र प्रेम की शपथ ली। इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष दर्शनी देवी, मुख्य अतिथि आर. बी.कण्डवाल एवं सुन्दर लाल जोशी ने सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। आर.बी. कण्डवाल ने सरदार पटेल को एक महान जननायक बताते हुए कहा कि उनकी 144 वीं जन्म जयन्ती पर पटेल का पुनीत स्मरण किया जाना एन.डी.बी.आर. परिवार के लिए गौरव का विषय बना है। हम सब भारतीयों को उनके पद चिह्नों पर चलकर राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के लिए निरन्तर कार्य करते रहना चाहिए। सुन्दर लाल जाशी ने लौह पुरुष सरदार पटेल को एक आदर्श उच्चकोटि का विचारक एवं भारतीय स्वतंत्रता का क्रांतिदूत बताया
जिन्होंने ब्रिटिशकालीन भारत में समय-ंसमय पर अंग्रेजी सरकार की दमनकारी नीतियों का न सिर्फ प्रबल विरोध किया बल्कि सरकार को अपनी कुछ नीतियों में आवश्यक बदलाव करने के लिए भी मजबूर किया। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी कुशल नीतियों एवं बौद्धिक बल का यथोचित प्रयोग करते हुए तत्कालीन लगभग 565 रियासतों का भी भारत वर्ष में एकीकरण करवाया। अखण्ड भारत की एकता के लिए समर्पित पटेल जी का व्यक्तित्व आम जनमानस को न सिर्फ देश सेवा की सीख देता है बल्कि बाल युवाओं सहित प्रौ-सजय़ों में भी नूतन ऊर्जा का संचार करता है। देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करते हुए उनके कृतित्व की भारतीय इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में पहले ही अंकित हो चुकी है। राष्ट्रीय एकता और अखण्डता का मूल मंत्र अपने जीवन में उतार कर सभी भारतीय उनको सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। इस मौके पर कमला जोशी, आयुष जोशी, एम नेगी, अनुराग कण्डवाल,मीनाक्षी डबराल, आदि ने राष्ट्रीय एकता दिवस की उपादेयता पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए।

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