लालढ़ाग-चिल्लरखाल मोटरमार्ग निमार्ण के लिए ज्ञापन किया प्रेषित

कोटद्वार। लालढ़ाग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के शीध्र निमार्ण के लिए नागरिक मंच ने ज्ञापन प्रेषित किया। मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में लालढ़ाग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग को शीध्र निमार्ण करने की मांग की गयी है। तहसील परिसर में धरना देते हुए वक्ताओं ने कहा कि कंडी रोड़ क्षेत्र की जीवन रेखा है इस के बावजूद भी अभी तक कंडी रोड का मसला लम्बित है जबकि उत्तराखण्ड बने 18 साल हो चुके हैं। अस्सी के दशक से पूर्व भी इस सड़क पर गंगा बस सर्विस चलती थी। वक्ताओं ने कहा कि सन् 1885 में प्रकाशित द इम्पोरियल गजट ऑफ इण्डिया में भी उक्त मार्ग होने के प्रमाण मिले हैं। इस मार्ग से हरिद्वार कुम्भ में जाने का उल्लेख भी गजट में किया गया है। सन 1980 में वन अधिनियम लागू होने के कारण उक्त मार्ग बन्द हुआ था। उक्त मार्ग के डामरीकरण के लिए अनेक बार प्रयास किये गये परन्तु अभी तक मार्ग का डामरीकरण नहीं हो पाया है। वक्ताओं ने कहा कि यदि लालढ़ाग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग का शीघ्र डामरीकरण नहीं किया गया तो आन्दोलन तेज किया जायेगा। इस अवसर पर चन्द्र प्रकाश नैथानी, डबल सिंह, विनोद चन्द्र कुकरेती, गोपाल कृष्ण बडथ्वाल, राजेन्द्र जजेड़ी, राजेन्द्र नेगी, गोपाल बंसल, नागेन्द्र उनियाल, सुनीता देवी आदि मौजूद थे।
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