सर्वोदय सेवा को बनाया जीवन का लक्ष्य
कोटद्वार । 15 सितम्बर 1935 को ग्राम-सिल्ली गरूड़, बागेश्वर उत्तराखण्ड में जन्मी शशि प्रभा रावत समाज के लिए समर्पित सर्वोदय सेविका हैं। सर्वोदय सेवक स्व0 मान सिंह रावत से सन् 1955 में विवाह सूत्र में बंधी शशिप्रभा का पूरा जीवन सर्वोदय सेवा के लिए समर्पित रहा है कस्तूरबा महिला उत्थान मण्डल कौसानी से बुनियादी (हाई स्कूल) एवं उत्तर बुनियादी (इण्टर) की शिक्षा ग्रहण कर कुछ समय तक कस्तूरबा महिला उत्थान मण्डल में शिक्षण कार्य किया। सर्वोदय सेवक स्व0 मानसिंह रावत से विवाह सूत्र में बंध जाने के पश्चात 1955 से गढ़वाल में ‘भूदान’, ‘ग्राम दान’ तथा नशा मुक्ति के लिए उन्होंने अनेक यात्रा की हैं। गांधी, विनोवा, जयप्रकाश नारायण के ग्राम स्वराज्य के सपने को साकार करने की दिशा में महान सर्वोदय सेवक मान सिंह रावत की अनवरत जीवन यात्रा में सक्रिय भूमिका निभा कर महिला सशक्तिकरण की अलक जगाने वाली शशि प्रभा का जीवन समाज सेवा की समग्र उन्नति के लिए मार्ग दर्शक है।
बोक्सा जनजाति के लिए समाज उत्थान तथा महिलाओं के जीवन में सुधार लाने वाली शशि प्रभा ने नशाबंदी के लिए निरन्तर जनजागरूकता का कार्य किया है। निर्धन समाज को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने वाली ओजस्वी महिला शशि प्रभा उम्र के इस समय 84वें पड़ाव पर है। सहज, सरल और सौम्यता से परिपूर्ण उर्जामयी शशि प्रभा सर्व समाज की आदर्श हैं।
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