कोटद्वार। अज़ीम प्रेमजी फॉउंडेशन कोटद्वार द्वारा 13 जून से शिक्षा में नाट्य विधा पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया जिसमें जनपद पौड़ी के विभिन्न विकासखंडों से आये 35 रचनाधर्मी शिक्षकों ने स्वैच्छिक रूप से प्रतिभाग किया । इस कार्यशाला में स्थिर चित्रों द्वारा कहानी का निर्माण और उसे कक्षा शिक्षण से जोड़कर उसके उपयोग पर चर्चा परिचर्चा की गई और साथ ही इस विधा को हिंदी,सामाजिक विज्ञान और अन्य विषयों के साथ जोड़कर पढ़ाना शामिल रहा । फॉउंडेशन के विषय विशेषज्ञ गणेश बलूनी ने बताया कि नाट्य विधा द्वारा सवैंधानिक मूल्यों और उसे शिक्षण प्रक्रिया में शामिल करके शिक्षण किया जाना चाहिए ताकि बच्चों के अंदर भी संवैधानिक मूल्यों का समावेश किया जा सके । फॉउंडेशन के समन्वयक संजय नौटियाल ने बताया कि फॉउंडेशन समय-समय पर शिक्षकों के लिए शैक्षिक गतिविधियां कार्यशाला,सेमिनार आयोजित करता रहता है जिसमें शिक्षक साथी स्वैच्छिक रूप से प्रतिभाग करते रहते हैं । कार्यक्रम में राजीव घिल्डियाल, राजीव थपलियाल,मोहन सिंह गुसाईं, जसपाल असवाल,जागृति कुकरेती, संगीता उनियाल, मंजू कपरवान,लक्ष्मी नैथानी , जयप्रकाश केष्टवाल,पूरण सिंह, यशपाल ,पुष्पा वर्मा,अजेश रावत,अल्का बिष्ट, गोदम्बरी बिष्ट , हर्षमणी नौडियाल,मोहिनी नौटियाल ,सुंदर लाल जोशी,आशा बुढाकोटी, मनमोहन सिंह नेगी,विनोद रावत,सुनील पंवार,महिपाल,आदि उपास्थित रहे।
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