पेशावर काण्ड के नायकों को याद किया - TOURIST SANDESH

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मंगलवार, 23 अप्रैल 2019

पेशावर काण्ड के नायकों को याद किया

पेशावर काण्ड के नायकों को याद किया

कोटद्वार।उत्तराखण्ड विकास पार्टी की बैठक लैंसडौन भवन देवी मंदिर कोटद्वार में हुई। बैठक में पेशावर कांड के नायकों चन्द्र सिंह गढ़वाली, ठाकुर सिंह बुटोला , ठाकुर नारायण सिंह गोसाईं, ठाकुर केदार सिंह , ठाकुर दौलतसिंह, हरक सिंह धपोला, नायक भोला सिंह बुटोला, हवलदार शेर सिंह बुटोला, उदय सिंह नेगी, भीम सिंह महर,  जीत सिंह रावत आदि समस्त नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।  पेशावर में अंग्रेजी सामान की दुकानों  का विरोध कर रहे कांग्रेसियों को अंग्रेजों ने  मुसलमान बताया जो हिन्दू दुकानदारों की दुकानें जलाते हैं। मगर चन्द्र सिंह गढ़वाली ने गढ़वाल पल्टन को सच्चाई बतायी ।अंग्रेज अधिकारियों ने जो बातें कही हैं ,सब झूठी हैं । हिंदू-मुसलमान के झगड़े में की बात में रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है । यह हिंदुओं का झगड़ा है ना मुसलमानों का झगड़ा है । झगड़ा है कांग्रेस और अंग्रेजों का । कांग्रेसी अंग्रेजी माल बेचने वाली दुकानों पर धरना देंगे। दुकानदार अंग्रेजों के एजेंट हैं , वह हिंदुस्तान के पैसे को जमा कर अंग्रेजों के मुल्क में भेजते हैं । जिसके कारण हिंदुस्तान इतना गरीब है, कांग्रेस ने  हिंदुस्तान को गरीबी और गुलामी से मुक्त करने के लिए यह आंदोलन उठाया है । जब कांग्रेसी भाई हमारे देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ रहे हैं,  क्या ऐसे समय में हमें उनके ऊपर गोली चलानी चाहिए? हमारे लिए गोली चलाने से अच्छा यही होगा कि अपने को गोली मार लें।  देश के साथ गद्दारी करना अपने खानदान का सर्वनाश करना है ।
उस दिन की परेड में सिर्फ यही बातें होती रहीं । भीतर ही भीतर यह बात सिपाहियों में फैलने लगी और 23 अप्रैल 1930 को गढ़वाली पल्टन ने विश्व इतिहास रच दिया।
बैठक में एडवोकेट पंकज भट्ट, एडवोकेट ध्यान सिंह नेगी, संजय मलासी, महाराज बिष्ट, महेंद्र बिष्ट, सुरेंद्र भारद्वाज, अभय काला, महेश देवरानी, रजनीकांत ढोंडियाल, अनिल बथ्र्वाल, आशीष किमोठी,मुजीब नैथानी आदि मौजूद थे।

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