महान विभूतियों के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता - डाॅ नन्दकिशोर ढ़ौडिंयाल - TOURIST SANDESH

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शनिवार, 23 जुलाई 2022

महान विभूतियों के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता - डाॅ नन्दकिशोर ढ़ौडिंयाल

 महान विभूतियों के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता - डाॅ नन्दकिशोर ढ़ौडिंयाल 

साहित्यिक संस्था साहित्यांचल ने चार महान विभूतियों को याद किया

कोटद्वार | साहित्यिक संस्था साहित्यांचल द्वारा संस्थाध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानाचार्य जनार्धन बुडाकोटी की अध्यक्षता में पत्रकार नरेन्द्र उनियाल, साहित्यकार रमेश मिश्र सिद्धेश, हिन्दी के प्रथम डी. लिट् डाॅ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल तथा टिहरी राजशाही के खिलाफ 83 दिन की भूख हड़ताल करने वाले महान क्रांतिकारी श्रीदेव सुमन को याद किया गया | कार्यक्रम में वक्ताओं द्वारा महान विभूतियों के कृत्तित्व एंव व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया |  कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रसिद्ध साहित्यकार डाॅ नन्दकिशोर ढ़ौडिंयाल ने कहा कि, हमें महान विभूतियों के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए | खासकर आज के युवाओं को इन महान विभूतियों के जीवन दर्शन को समझने की आवश्यकता है ताकि, एक बेहतर समाज का निर्माण हो |
इस अवसर पर दामनी ठुकराल, श्रद्धा बक्शी, ले.जनरल अश्विनी बक्शी, चक्रधर शर्मा कमलेश, एस. पी. कुकरेती, नागेन्द्र उनियाल, जे. पी. ध्यानी, सुरेन्द्र लाल आर्य, एस. पी. नौटियाल, प्रवेश नवानी, गणेश मणी त्रिपाठी, अनसूया प्रसाद डंगवाल, चन्द्र प्रकाश नैथानी, विजय लखेड़ा, चन्द्र मोहन बड़थ्वाल, विनोद बहुगुणा सांमत, हरि सिंह भण्डारी, बलवीर सिंह रावत, ख्यात सिंह चौहान, ललन बुडाकोटी आदि उपस्थित थे | कार्यक्रम का संचालन दिनेश ध्यानी ने किया |

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