उत्तराखण्ड का दृश्य
अलिजा सैफी
यहां उजागर हर मोड़ पर,
मन की आशा जगती है।
प्रकृति से जुड़ने के लिए हर दृश्य को देखने को,
मेरी आंखें कहती है।
जैसे आसमा पे बादल,
वैसे रिमझिम-रिमझिम बहती है,
इन सुन्दर वादियों को देखने के लिए,
हर एक पल मन तरसता है।
उस सुन्दरता को देखने को,
मेरी आंखें कहती हैं।
ठण्डी हवा के झोकों से,
जब ओस की बूदें गिरती हैं।
इस मनोरमता को देखने को,
मेरी आंखें कहती हैं।
जहां नदी में अठखेलियां करती लहरें,
खमोशी से प्रकृति का सन्देश कह जाती हैं।
उन ऊंची चट्टानों से,
जहां सुन्दर झरने बहते हैं।
यह दृश्य देखने को,
मेरी आंखें,कहती हैं।
कुछ खास है, हमारी इस भूमि में,
उत्तराखण्ड जिसे कहते हैं।
यहां के प्राकृतिक मनोहारी दृश्य देखने को,
मेरी आंखें कहती हैं।
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