पर्यावरण संरक्षण हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी
टूरिस्ट संदेश ने विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर किया वेबिनार का आयोजन
कोटद्वार। पर्यावरण संरक्षण हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है यह बात विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर टूरिस्ट संदेश द्वारा आयोजित वेबिनार में वक्ताओं द्वारा कही गयी। वेबिनार में शामिल वक्ताओं ने कहा कि बिना सामूहिक भागीदारी के वैश्विक समस्या जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों का हल नहीं किया जा सकता है। टूरिस्ट संदेश द्वारा जलवायु परिर्वतन कारण एंव निवारण विषय पर आयोजित वेबिनार में चर्चा की शुरूआत करते हुए प्रसिद्ध पर्यावरणविद् वृक्षमित्र त्रिलोक चन्द्र सोनी ने कहा कि जलवायु परिर्वतन एक वैश्विक समस्या है तथा इस समस्या के निदान के लिए हमें अपनी जीवन जीने की पद्धति में सुधार करने की आवश्यकता है। हमें प्रकृति के अनुरूप ही अपनी जीवन जीने ही शैली को अपनाना होगा तभी जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओ से निपटा जा सकता है। बंजर खेत आबाद करो अभियान के प्रणेता सुधीर सुन्दरियाल ने कहा कि बंजर खेतों को पुनः आबाद करने तथा उत्तराखण्ड में जल संरक्षण की पौराणिक पद्धति खाल-चालों को पुनः जीवित करने की आवश्यकता है। समाजसेवी भगवती प्रसाद नौटियाल ने चीड़ का क्षेत्रफल नियत करने तथा स्थानीय जनों को हक-हकूक दिये जाने की बात कही। वेबिनार के आयोजक सुभाष चन्द्र नौटियाल ने कहा कि, आज आवश्यकता पर्यावरण को संरक्षित रखते हुए आगे बढ़ने की है। इस के लिए मानव विकास और पर्यावरण में तालमेल बिठाने की आवश्यकता है। यदि हमें जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं से निपटना है तो हमें अपनी आवश्यकताओं को सीमित करने की आवश्यकता है।
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