हड़बड़ी में लिया गया पाखरो में टाइगर सफारी संचालन का केन्द्र खोले जाने का निर्णय - नेगी - TOURIST SANDESH

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गुरुवार, 31 दिसंबर 2020

हड़बड़ी में लिया गया पाखरो में टाइगर सफारी संचालन का केन्द्र खोले जाने का निर्णय - नेगी

  हड़बड़ी में लिया गया पाखरो में टाइगर सफारी संचालन का केन्द्र खोले जाने का निर्णय - नेगी

कोटद्वार। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत के द्वारा पाखरो में टाइगर सफारी संचालन का केन्द्र खोले जाने का निर्णय श्रम विभाग में किये गये 430 करोड़ के घोटाले से ध्यान भटकाने के लिए हड़बड़ी में लिया गया निर्णय है, पाखरों में टाइगर सफारी संचालन केन्द्र खुलने से जनपद पौड़ी की जनता को कोई फायदा नहीं होने वाला है। उक्त बात पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने एक पत्रकार वार्ता में कही। 

लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने वन एवं पर्यावरण मंत्री के मंसूबों पर सवाल उठाते हुए कहा कि, वन मंत्री का कोटद्वार एवं पौड़ी की जनता के विकास से कोई लेना देना नहीं है, वे सिर्फ व्यक्तिगत स्वार्थ सिद्धि के लिए पाखरों में महत्वपूर्ण टाइगर सफारी संचानल सेंटर बनाया गया है, जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उनके अथक प्रयास से वर्ष 2012-13 में कोटड़ीढ़ांग सनेह में टाइगर सफारी संचालन का केन्द्र खोलने के लिए राज्य सरकार के द्वारा भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था, वर्ष 2014 में वन विभाग के वन्य जीव प्रतिपालक के द्वारा सर्वे भी किया गया था, वर्ष 2015-ं16 में टाइगर सफारी संचालन केन्द्र सनेह से करवाये जाने के लिए एनटीसीए को भी प्रस्ताव भेजा गया था। कहा कि व्यवस्थाओ को संचालन करने का समस्त दायित्व राज्य सरकार की होती है जिसमें क्षेत्रीय विधायक का भी महत्वपूर्ण रोल होता है, लेकिन क्षेत्रीय विधायक विकास कार्यो की बजाय अपने निजी स्वार्थो पर ज्याद ध्यान देते हैं। पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने तर्क देते हुए कहा कि कार्बेट नेशनल पार्क का 75 प्रतिशत भूभाग जनपद पौड़ी में होने पर टाइगर सफारी संचालन केन्द्र पाखरो में खोल दिये जाने से अब पूर्व की भांति जनपद वासियों एवं कोटद्वार की जनता को कोई फायदा नहीं होने वाला है, वन मंत्री ने अपने स्वार्थ सिद्धि एवं अपने चेहते लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए उत्तरप्रदेश के पाखरो में टाइगर सफारी सेंटर का संचालन केन्द्र खोला गया है, कहा कि वन मंत्री ने अपने चेहते लोगों से उत्तरप्रदेश के उक्त क्षेत्र में कई बीघा जमीन भी खरीदवा दी गयी है। कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उन्होंने ग्रास्टनगंज में हेलीपैड का भी निर्माण करवा दिया था, जिससे बाहर से आने वाले सैलानी सीधे ग्रास्टनगंज के निकट हैलीपैड में उतरते तथा सनेह में टाइगर सफारी संचालन केन्द्र में जाकर टाइगर सफारी का आंनद लेते, जिससे कोटद्वार वासियों को फायदा होता, तथा हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलता, लेकिन अब पाखरो में टाइगर सफारी संचालन केन्द्र खोल दिये जाने से सैलानी कोटद्वार के रास्त नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश के धामपुर, बिजनौर, नगीना के रास्ते सीधे ही पाखरो चला जायेगा। पूर्व काबीन मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने प्रदेश के मुख्यमत्री से भी उक्त योजना को नये सिरे से योजनाबद्ध -ढंग से सनेह से संचालन करने की मांग की है, उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से उम्मीद जताई है कि उक्त योजना पर जरूर दोबारा से कार्रवाई की जायेगी। पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान में वन मंत्रालय के द्वारा कोटद्वार-ंउचयरामनगर मोटर मार्ग निर्माण के लिए एक पैसा नहीं दिया है, जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उक्त मोटर मार्ग को हॉट मिक्स से बनवाना शुरू कर दिया था, इसके अलावा उक्त मोटर की सर्वे की अनुमति भी प्राप्त कर दी गयी थी, कोल्हूचौड में एक मोटर पुल भी स्वीकृत करवाया गया था, लेकिन उक्त पुल पर भी निर्माण कार्य में कोई प्रगति नहीं हो पायी है, लालढ़ांग- चिल्लरखाल मोटर मार्ग को लटका दिया गया है, जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उक्त मोटर मार्ग को भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय स्वीकृत मानक आरबीआई-ं81 के तहत बनवाया जा रहा था। इस मौके पर महापौर श्रीमती हेमलता नेगी, जिलाध्यक्ष डा. चन्द्रमोहन खर्कवाल, महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल, पूर्व राज्य मंत्री विजय नारायण सिंह, राजेन्द्र गुसाई, बलवीर सिंह रावत, वीडी नवानी, हेमचंद्र पंवार, हरेन्द्र पुंडीर, साबर सिंह नेगी, गणेश नेगी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

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