चाय-बिस्कुट बांटकर कोरोना योद्धाओं का सम्मान कर रहे शिक्षक संतोष नेगी
कोरोना काल मे जहां सब कुछ थम सा गया है। ऐसा लगता है मानो जैसे जिन्दगी घरों में कैद सी हो कर रह गयी हो। ऐसे मुश्किल समय में भी कुछ कोरोना योद्धा जान जोखिम में डाल कर अपना फर्ज निभा रहे हैं। डॉक्टर, नर्स, पीआरडी के जवान, पुलिस, होमगार्ड , शिक्षक, पत्रकार आदि महत्पूर्ण ड्यूटी निभा रहे हैं। उनकी कर्त्तव्यनिष्ठा को देखते हुए समाज में चिन्तनशील कई जन अपने-अपने ढंग से कोरोना योद्धाओं का सम्मान कर रहे हैं।
शिक्षक सन्तोष नेगी भी समाज के उन जागरूक प्रहरियों में से एक हैं जो समाज हित में निरन्तर प्रयासरत हैं। वर्तमान में संतोष नेगी की ड्यूटी कोटद्वार नगर निगम के वार्ड नम्बर 37 झंड़ीचौड़ में सर्वेक्षण एवं वितरण में लगी है। इसके अलावा होम क्वारन्टीन में रह लोगो का निरीक्षण में अलग से ड्यूटी कर रहे है। सन्तोष नेगी स्वयं भी कोरोना योद्धा का कार्य कर रहे हैं। अपने कर्त्तव्य पालन के साथ-साथ सन्तोष नेगी अपनी सहधर्मणी रजनी नेगी के साथ रोज उन लोगों की सेवा हेतु लगातार चाय एवं बिस्कुट का वितरण भी कर रहे हैं जो निरन्तर अपने कर्त्तव्य पथ पर अग्रसर हैं।
शिक्षक संतोष नेगी का कहना है रोज वो बड़ी मात्रा में सुबह दूध और बिस्कुट खरीद कर रख लेते हैं। 5 बजे से चाय बनाने का कार्य उनकी पत्नी रजनी नेगी , बहन रेखा नेगी, भाई सतेंद्र नेगी द्वारा मिलकर शुरू कर दिया जाता है।
चाय बनाने के दौरान गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए दंपति चाय-बिस्कुट को स्कूटी में रख कर देवीमन्दिर से वितरण करना शुरू कर देते हैं । देवीमन्दिर में ट्यूबवेल कर्मी, पुलिस एवं जो भी आवश्यक सेवा के कर्मियों होते हैं उनको देने के बाद देवी रोड में सभी को देते हुए इंटर कॉलेज चौराहा में वितरण करते हैं । तत्पचात् झंडाचौक चौराहे में उपस्थित आवश्यक सेवा कर्मी मीडिया कर्मी को देते हुए सीओ कार्यालय से लेकर सिद्धबली मंदिर पुल के सामने तक तैनात सभी आवश्यक सेवा कर्मियों को चाय-बिस्कुट के माध्यम सेवा करते जाते हैं। सन्तोष नेगी बताते हैं कि जो लोग लगातार आवश्यक सेवा में तैनात हैं उनके प्रति सम्मान सम्मान व्यक्त करना हम सब का नैतिक कर्त्तव्य है। अपनी क्षमता अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को अपने आस-पास के कोरोना योद्धाओं की मदद एवं सेवा करनी चाहिए। दोपहर के बाद जब पूरा शहर सुनशान हो जाता है इसलिए हम लोगो की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। इसके अलावा समय-समय पर दिन में शीतल पेय और छाछ भी अलग-अलग जगह में वितरण कर रहे हैं। बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा कर शिक्षक संतोष नेगी कोरोना काल मे अपने फर्ज का बखूबी पालन कर रहे हैं।
संतोष नेगी ने बताया कि राजकीय विद्यालय कोटद्वार में बच्चो का ऑनलाइन एडमिशन जारी है और हर क्लास हेतु व्हाट्सएप्प ग्रुप भी बने हुए हैं। संतोष नेगी वर्तमान में कक्षा 8 के कक्षाध्यापक हैं। वर्त्तमान में भी बच्चो को अॅानलाइन मार्ग दर्शन किया जा रहा है। बच्चो को कार्य देने के बाद हर बच्चे के घर मे हफ्ते में एक बार फ़ोन करके पूछा जाता है। इस दौरान वो बच्चो का दैनिक रूटीन भी पता करते हैं। बच्चो को पढ़ाई में आ रही समस्या को जानकर बच्चो को फोनकॉल से भी मार्गदर्शन किया जा रहा है।
शिक्षक संतोष नेगी ने अपने क्लास के बच्चों के क्रिटिविटि डेवलपमेंट के लिए ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिता भी करवाई है । यह प्रतियोगिता में बच्चे एक चित्र बनायेगे फिर उसे व्हाट्सएप्प में भेजेंगे। चित्रकला का विषय है- कोरोना और कोरोना से बचाव के उपाय।
इसमें बच्चों के उत्साहवर्द्धन हेतु नगद इनाम भी रखे गये हैं। स्कूल खुलने पर इनाम वितरित किये जायेगें।
प्रथम पुरस्कार 151 , दूसरा 101, और 51 रुपये के 3 पुरुस्कार रखे गए हैं।
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