उत्तराखंड के ग्यारह शिक्षक हुए सम्मानित
कोटद्वार। नवोदय क्रांति परिवार भारत की द्वितीय नेशनल टीचर्स कान्फ्रेंस पंजाब राज्य की स्वर्ण मंदिर की धरती अमृतसर में भारतवर्ष से पधारे सत्रह राज्यों से लगभग छ: सौ सरकारी शिक्षकों ने प्रतिभाग किया.और अपने-अपने नवाचारों को सबके सामने प्रस्तुत किया। इसकी जानकारी नवोदय क्रांति परिवार भारत की नेशनल मोटिवेटर, श्रीमती स्मृति चौधरी ने प्रेस को दी उन्होंने बताया कि, इस कार्यक्रम में उत्तराखंड राज्य से शामिल हुए 11(ग्यारह) सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों ने अपने-अपने स्तर से तैयार किये गए विभिन्न विषयों से संबंधित नवाचारों की जानकारी सारे भारत के सरकारी शिक्षकों के सामने ऑडिटोरियम में दी। जिसमें उत्तराखंड राज्य से श्रीमती लक्ष्मी नैथानी,राजकीय प्राथमिक विद्यालय काण्ड़ा, कल्जीखाल, पौडी गढवाल, एंव श्रीमती विनीता स्टेनले, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भग्तोवाली, नारसन, हरिद्वार,को गेस्ट आफ आनर, स्मार्ट गुरु अवार्ड से सम्मानित किया गया।
इसी राष्ट्रीय स्तर की कॉन्फ्रेंस में अपने विभिन्न क्षेत्रों में नवाचारों की प्रस्तुति के लिए उत्तराखंड से ये सरकारी विद्यालयों के शिक्षक नेशनल शिक्षक अवार्ड से सम्मानित किए गये, जिनमे सुधीर डोबरियाल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय मरगांव, कल्जीखाल, पौडी, जिन्होंने पहाड़ की बिलुप्त होती संस्कृतिक, बोली, भाषा, परम्परा, एंव वाद्ययंत्रों पर अपना नवाचार प्रस्तुत किया, राजीव थपलियाल, राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय सुखरौ(देवी) दुगड्डा,पौड़ी ने अपने गणितीय शिक्षण के नवाचारों में टी एल एम से संबंधित अनेक गणितीय सरलतम विधियां प्रस्तुत की, इसी विद्यालय के राकेश लखेड़ा ने अंग्रेजी शिक्षण के नवाचार में अंग्रेजी विषय को आसानी से पढ़ाने के तरीकों को प्रस्तुत किया, एंव अंग्रेजी भाषा को सीखना सरल बताया। भागचंद केशवानी , पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुडिय़ाणी, चमोली ने अपने स्कूल बैंक, एंव स्वच्छता कक्ष, लर्निंग कार्नर, आदि नवाचारों की प्रस्तुति दी. सतेंद्र भण्डारी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोट तल्ला, अगस्तमुनि ने, रोजगार शिक्षा के तहत, वृक्षारोपण, आधुनिक शिक्षा, पर्यावरणीय शिक्षा, प्रोजेक्टर के माध्यम से शिक्षा, एंव समाज के साथ कार्य करने सम्बन्धी नवाचारों की प्रस्तुति दी. श्रीमती आशा बुड़ाकोटी राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय कोटलमंडला द्वारीखाल, पौड़ी ने, भाषा एवं गणितीय शिक्षण की सरलतम खेल विधियों की प्रस्तुति दी. श्रीमती सरिता मैन्दोला, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय गुमखाल, द्वारीखाल,पौड़ी, ने अपने स्थानीय उत्पादन, एवं लोक संगीत के माध्यम से अपने नवाचारों की प्रस्तुति दी.श्रीमती अनीता खंतवाल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय दिउसा, द्वारीखाल, पौड़ी ने छोटे बच्चों के लिए भाषा शिक्षण की अपनी गतिविधि प्रस्तुत की. श्रीमती हेमलता खंतवाल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भंवासी, दुगड्डा, पौड़ी ने अपने नवाचार, ड्राइंग, पर्यावरण एंव गणित से सम्बंधित प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम मे पूरी उत्तराखंड की टीम ने समूह प्रस्तुति के रूप में नेशनल अकादमी आफ फाइन आर्ट्स के ऑडिटोरियम के मंच पर पारंपरिक मांगल गीत, दैणा हुयां, खोलि को गणेशा हे, दैणा हुयां मोरी का नारैणा हे, की शानदार प्रस्तुति दी.जो कि उत्तराखंड में किसी भी शुभ कार्य के आयोजन के अवसर पर सबसे पहले गाया जाता हैं।
सभागार मे बैठे भारत के विभिन्न प्रान्तों से आये सरकारी शिक्षकों ने इसकी मुक्तकंठ से प्रसंशा की।
इस मौके पर कार्य शाला मे सभी प्रान्तों के शिक्षकों ने अपने- अपने नवाचारों की प्रस्तुति सदन में दी।इस नेशनल कॉन्फ्रेंस में जाने माने नेशनल मोटिवेटर डॉoअजय बलारा, डॉo रती चौहान, डाक्टर योगेश चौहान, प्रीति अहलावत,मोनू कुमार, स्मृति चौधरी, एंव नवोदय क्रांति परिवार के मुख्य संस्थापक संदीप ढिल्लन ने तीनों दिन शिक्षकों को संबोधित करते हुए अपने विचारों से अवगत कराया, एंव सरकारी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए चर्चाएं की।इस शानदार कार्यक्रम में सबसे सराहनीय और प्रसंसनीय यह देखने में रहा कि, पंजाब शिक्षा विभाग के सभी अधिकारीगण सभी खण्ड शिक्षा अधिकारी, उपशिक्षा अधिकारी, एंव जिला शिक्षा अधिकारी तीनों दिन उपस्थित रहे. नेशनल मोटिवेटर संदीप ढिल्लन ने बताया कि अगर ऐसे अधिकारी सभी राज्यों में हों और सभी अपने शिक्षकों का साथ हमेशा दें, तो वास्तव में सरकारी शिक्षा व्यवस्था सबके सामूहिक प्रयासों से सुधर सकती हैं,बेहतर हो सकती है।और देश के सरकारी विद्यालयों में बदलाव आ सकता हैं।इसके लिए सभी को प्रत्येक स्तर पर भगीरथ प्रयास करने होंगे।
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