कोटद्वार का नाम कण्वनगरी कोटद्वार होगा - TOURIST SANDESH

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शनिवार, 23 नवंबर 2019

कोटद्वार का नाम कण्वनगरी कोटद्वार होगा

कोटद्वार का नाम कण्वनगरी कोटद्वार होगा

                                                       -   मुख्यमंत्री

विश्व का प्रथम मुस्लिम योग साधना शिविर का आयोजन

कोटद्वार। कण्वाश्रम स्थित वैदिक आश्रम गुरुकुल महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर पांच दिवसीय विश्व का प्रथम मुस्लिम योग साधना शिविर का आयोजन किया। इसमें विभिन्न देशों के 500 से अधिक मुस्लिम पुरूष व महिलाएं प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर आयोजित पांच दिवसीय विश्व के प्रथम मुस्लिम योग साधना शिविर में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वीर भरत स्मारक का लोकार्पण किया।  उन्होंने कोटद्वार का नाम कण्वनगरी कोटद्वार रखे जाने ने की घोषणा भी की।  उन्होंने कलाल घाटी का नाम कण्वघाटी रखे जाने की मांग पर कोटद्वार नगर निगम को इसका प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये।
 मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने योग को सभी जाति और धर्म के लिए अहम बताया। उन्होंने कहा कि योग से सिर्फ लाभ ही प्राप्त होता है ना कि साम्प्रदायिक भेदभाव। उन्होंने कार्यक्रम आयोजकों के प्रयासों को सहरानीय बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग हमारे मन, मस्तिष्क और विचारों को इतना ऊंचा उठा देता है कि हम सभी की चिंता करने लगते हैं। योग हमें विश्व कल्याण की ओर ले जाता है। शास्त्रों में लिखा है कि हर वनस्पति में कोई न कोई औषधीय तत्व होता है, हर मनुष्य में कोई ना कोई गुण होता है और हर अक्षर में मंत्र की शक्ति होती है। वनस्पतियों में औषधीय तत्वों को पहचानने की आवश्यकता है।
आज चिकित्सा व स्वास्थ्य से जुड़े संस्थानों में योग शिक्षकों की मांग हो रही है। योग हमारे ऋषि मुनियों की सैंकड़ों वर्षों की साधना का परिणाम है। सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया की परिकल्पना भारतीय संस्कृति की देन है। सब को निरोग बनाने का काम भारत देश कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने  कण्वाश्रम को आईकोनिक डेस्टीनेशन में शामिल किया है। इससे यहां का विकास होगा और पर्यटन गतिविधियां बढेंगी। राज्य सरकार भी कण्वाश्रम के विकास के लिए तत्पर है। 
कार्यक्रम में स्थानीय विधायक और वन, पर्यावरण व आयुष मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने मुस्लिम योग शिविर के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस योग शिविर के माध्यम से पूरे विश्व में एकजुटता का संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि योग से केवल और केवल निरोग काया प्राप्त होती है इसे किसी धर्म विशेष से जोड़ना न्याय संगत नहीं है। यह विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है।

आभार जताया

कोटद्वार का नाम कण्वनगरी कोटद्वार रखे जाने पर सामाजिक संस्था डू संमथिंग के संरक्षक प्रकाश कोठारी तथा अध्यक्ष मंयक प्रकाश कोठारी ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है। कण्वनगरी कोटद्वार तथा कलालघाटी का नाम कण्वघाटी किये जाने पर खुशी व्यक्त करते हुए प्रकाश चन्द्र कोठारी ने बताया कि उनके द्वारा सन् 1990 से प्रयास किये जा रहे हैं। सन् 1990 में मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग कण्वाश्रम में तीन दिवसीय अखिल भारतीय संस्कृत सम्मेलन का आयोजन किया गया था।   

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