र्पाड़ी। श्री ज्वाल्पा धाम में श्री ज्वाल्पा देवी मदिंर समिति द्वारा आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह की धूम रही। 20 अक्टूबर को आयोतिजित समारोह की अध्यक्षता प्रसिद्ध रंगकर्मी डॉ. उर्मिल कुमार थपलियाल ने की। समारोह के मुख्य अतिथि लोकसभा सदस्य तीरथ सिंह रावत, विशिष्ठ अतिथि बृज भूषण गैरोला, अध्यक्ष, उत्तराखण्ड राज्य सहकारी समिति तथा पं. राजेन्द्र अण्थ्वाल उपाध्यक्ष राज्य गौसेवा आयोग थे। मुख्य अतिथि तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मोदी सरकार भारतीय संस्कृति के संरक्षण एंव सम्वर्द्धन के लिए कार्य कर रही है। इसके लिए बुंनियादी शिक्षा में आवयश्क सुधारों का दौर जारी है। उन्होने कहा कि यदि देश की शिक्षा व्यवस्था ठीक हो जायेगी तो देश में व्याप्त कुव्यवस्थाऐं स्वयं ही समाप्त हो जायेंगी। देश के नौनिहाल ही देश का भविष्य हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध रंगकर्मी डॉ. उर्मिल कुमार थपलियाल ने लोक संस्कृति को बचाने का आवाहन किया। उन्होने ने कहा कि लोक मान्यताओं का दोहराने वाले इस प्रकार के आयोजन ही हमारी वास्तविक पहचान है। आज लोक बोलियों को बचाने की आवश्यकता है क्यों कि हमारी लोक बोलियां धीरे-धीरे अपनी पहचान खोती जा रही हैं। इस अवसर पर राजीव गांधी नवोदय विद्यालय सन्तुधार द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कियें गये तथा संस्कृत विद्यालय ज्वाल्पा द्वारा बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ पर संस्कृत में लद्यु नाटिका का मंचन किया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष कर्नल शान्ति प्रसाद थपलियाल ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। समिति के स्वर्ण जंयती के अवसर पर पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर सत्यप्रकाश थपलियाल, कै. पी.एल. खन्तवाल, विनोद चन्द्र कुकरेती, प्रकाश चन्द्र कोठारी, शिवदयाल बौठियाल, एस. पी. कुकरेती, योगम्बर सिंह रावत, डॉ वाजस्रवा आर्य सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा, अनसुया प्रसाद सुन्दरियाल, कर्नल वी.वी. ध्यानी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पार्थसारथी थपलियाल ने किया।
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