आर्ट,क्राफ्ट और ओरिगामी विषय पर पर दो दिवसीय कार्यशाला
कोटद्वारA अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित “
आर्ट,
क्राफ्ट और ओरिगामी विषय पर पर दो दिवसीय कार्यशाला का विधिवत समापन
हो गया। जिसमें पौड़ी गढ़वाल
के अलग -अलग विकासखंडो से आये 42
शिक्षकों ने बड़े
हर्ष और उल्लास के साथ
स्वेच्छिक रूप से प्रतिभाग किया |
कार्यशाला में
फाउंडेशन के विषय
विशेषज्ञों अमरदीप पॉल और डॉo
कनकलता ने बताया
कि,
कागज की सहायता से विभिन्न प्रकार के खिलौने और आकृतियाँ बनाने की कला को ओरीगेमी कहते है। इस कला में कागज को ना काटा जाता है और न
ही चिपकाया जाता है। बिना काटे और बिना चिपकाए अनेक प्रकार के आकर्षक खिलौने तैयार किये जाते हैं,
जिनका कक्षा -कक्ष में बच्चो के साथ उनकी रचनात्मकता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके आलावा कबाड़ से जुगाड़
विधा पर भी कार्य हुआ जिसमें कागज से शर्ट,
बटरफ्लाई,
टोपी आदि चीजें
बनाई गई । संदर्भदाताओं ने बताया कि इसके साथ -साथ चित्रों के माध्यम से कहानी की अवधारणा पर काम करते हुए हमें बच्चों को अधिकाधिक अवसर देना चाहिये |
इस दौरान भाषा के कौशल ,
उसके महत्व और प्रयोग पर भी विस्तृत चर्चा हुई
जिसमें रोल प्ले ,
प्रदर्शन विधि ,
कहानी शिक्षण विधा पर चर्चा हुई |
फाउंडेशन
के समन्वयक संजय नौटियाल ने बताया कि फाउंडेशन शिक्षकों की क्षमता संवर्धन के लिए समय -समय पर कार्यशालाओं का आयोजन करता रहता है ,
और विगत कुछ माह से कोटद्वार में बहुत
सी कार्यशालाओं का आयोजन किया गया जिसका लाभ बहुत से
शिक्षकों ने लिया और अपने
विद्यालय में बच्चों के साथ उन विधाओं पर कार्य भी किया जिसका लाभ बच्चों को निरंतर मिल रहा है और भविष्य
में भी सेमिनार,
बालशोध ,
बाल मेले,
कार्यशालाएं करवाने का प्रस्ताव है |
इस मौके राजीव थपलियाल ,
मोहन सिंह गुसाईं,
पंकज शुक्ला,,
राजेश खत्री ,
जसपाल असवाल ,
संगीता उनियाल ,
जागृति कुकरेती ,
विजयलक्ष्मी
रावत,
शैलजा जोशी,
गोदाम्बरी बिष्ट,
अल्का बिष्ट ,
सुरेश बिष्ट ,
महिपाल,
मनमोहन नेगी ,
हर्षमणी नौडियाल,
सीमा भारद्वाज ,
यशपाल बिष्ट,
मधु,
महिपाल सिंह रावत,
मीनाक्षी थपलियाल,
मोनिका रावत,
रूबी
,
सरोजनी रावत,
मुदित शाह,
सरिता मैंदोला,
दिनेश
बिष्ट,
मोहिनी नौटियाल,
आदि उपस्थित रहे|
कार्यक्रम के अंत में स्वेच्छिक शिक्षक समूह की तरफ से
राजीव थपलियाल ने
फाउंडेशन के सन्दर्भदाताओं तथा सभी शिक्षक साथियों का कार्यशाला में सम्मिलित होने के लिए धन्यवाद अदा
किया ।और उन्होंने कहा कि,
निकट भविष्य में आयोजित होने वाली कार्यशालाओं
से सीखी हुई विधाओं से हम सभी साथी अपने विद्यार्थियों के लिए बेहतर से बेहतर करने का प्रयास करेंगे।
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