सास की याद को चिरस्थाई बनाने के लिये किया पौधरोपण
पौड़ी। अपनी सास स्व. देवेश्वरी देवी की याद को चिरस्थाई बनाने के लिए उनकी बरसी(प्रथम वार्षिक पिण्डदान) पर कुसुम नौटियाल ने दो सेब के पौधों का रोपण किया। उन्होंने बताया कि, समलौंण आन्दोलन के प्रणेता बीरेंद्र गोदियाल की प्रेरणा से पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित समलौंण आन्दोलन के तहत् सेब के दो पौधों का रोपण किया गया। पौध की व्यवस्था स्वयं श्री गोदियाल ने की तथा पौध संरक्षण की जिम्मेदारी गृहस्वामिनी कुसुम नौटियाल ने स्वयं ली।
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