सम्पादकीय
स्वर्णिम यात्रा का एक दशक
यह टूरिस्ट संदेश परिवार के लिए अत्यन्त हर्ष का विषय है कि, अपने सभी ज्येष्ठ-श्रेष्ठ आत्मीयजनों से मिले स्नेह, प्यार, अमूल्य सहयोग एवं आत्मीयता के भाव के कारण आपके प्रिय मासिक पत्र टूरिस्ट संदेश प्रकाशन ने सफलतापूर्वक एक दशक की यात्रा पूर्ण कर ली है। निरन्तर अग्रगामी इस यात्रा में अनेक खट्टी-मीठी यादें जुड़ी हुई हैं। अप्रैल 2013 में नई दिशा, नई सोच के साथ जब यात्रा की शुरुआत हुई थी तो तब हमें भी उम्मीद नहीं थी कि, प्रकाशन की इस यात्रा में हमें स्नेहीजनों का इतना अधिक सहयोग तथा आशीर्वाद प्राप्त होगा। भले ही यात्रा के इस मार्ग में अनेक बाधाएं भी आयी हैं परन्तु हमारे ज्येष्ठ तथा श्रेष्ठ जनों से मिले अपार स्नेह तथा प्यार से मार्ग की सारी बाधाएं शैनः शैनः दूर होती रही हैं तथा आगे भी होती रहेगीं। स्नेहीजनों से मिले भरपूर सहयोग के कारण टूरिस्ट संदेश का यात्रा मार्ग निरन्तर निष्कंटक होता रहा है। यही कारण है कि, सभी के द्वारा मिले अप्रतिम सहयोग से आज प्रकाशन निरन्तर उन्नति के शिखर की ओर अग्रसर है। विगत एक दशक से टूरिस्ट संदेश ने पत्रकारिता के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने की भरपूर कोशिश की है तथा पत्र के माध्यम से समाज हित में अनेक जागरूक लेख, रिपोर्ट तथा शोधात्मक लेख प्रकाशित कर पत्रकारिता की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण भागीदारी निभाने का प्रयास किया है। यही कारण रहा है कि, पत्र को लोगों का भरपूर प्यार और सहयोग मिलता रहा है। पत्र निरन्तर गतिशील था तथा समाज में एक सम्मानित स्थान हासिल करने के लिए प्रयासरत था परन्तु वैश्विक स्तर पर कोरोना की मार ने प्रकाशन का कार्य बाधित रहा है, जिसके कारण पत्र को आर्थिक संकट का सामना भी करना पड़ा। यह हमारी खुशकिस्मती रही है कि, पत्र के साथ जुड़े हुए स्नेहीजनों से मिले अपार सहयोग के कारण पत्र का प्रकाशन निरन्तर जारी रहा। यह हमारे स्नेहीजनों की ही शक्ति का चमत्कार है कि, मार्ग में आयी अनेक बाधाओं को पार करते हुए सफर निरन्तर जारी है। हम अपने सभी स्नेहीजनों के हृदय की गहराईयों से आभारी हैं जिनसे मिले भरपूर सहयोग के कारण हम सबल हो पायें हैं तथा मार्ग में आयी हर बाधा को हटाते हुए एक नये उत्साह तथा उमंग के साथ यात्रा निरन्तर आगे बढ़ रही है। हमें उम्मीद है कि, आप सभी स्नेहीजनों के आशीर्वाद तथा प्यार से टूरिस्ट संदेश परिवार अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों का निर्वहन करते हुए निरन्तर आगे बढ़ता रहेगा। एकबार पुनः सभी स्नेहीजनों का हार्दिक धन्यवाद आभार।
सुभाष चन्द्र नौटियाल
सम्पादक
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