अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया पर उठते सवाल - TOURIST SANDESH

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बुधवार, 24 अगस्त 2022

अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया पर उठते सवाल

 अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया पर उठते सवाल

केन्द्र की महत्वकांक्षी अग्निपथ योजना के तहत् 19 अगस्त से जारी अग्निवीर भर्ती पर सवाल उठने लगे हैं | सवाल भर्ती प्रक्रिया में मानकों का पालन न किये जाने को लेकर है | भले ही सेना के प्रवक्ता भर्ती में मानकों का पालन न किये जाने की बात को पहले ही नकार चुके हैं, सेना के प्रवक्ता का स्पष्ट कहना है कि, अग्निवीरों की भर्ती पूर्व निर्धारित मानकों के अनुरूप ही हो रही है तथा भर्ती के मानक सेना की आधिकारिक वेबसाइट पर देखे जा सकते हैं |  ज्ञात हो कि, इंडियन आर्मी में अग्निवीर भर्ती की रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 1 जुलाई 2022 से शुरू हुई थी |
अभ्यर्थीयों ने आनलाइन सेना की वेबसाईट joinindianarmy.nic.in पर जाकर आवेदन किया | अग्निवीरों में जनरल ड्यूटी, टेक्निकल, क्लर्क, ट्रेड्समैन (10वीं), ‌‌ट्रेड्समैन (8वीं) के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। भारतीय सेना में पहले चरण में 25000 अग्निवीरों की भर्ती के लिए 19 अगस्त से 31 अगस्त तक देशभर में विभिन्न केन्द्रों पर 80 रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। सफल उम्मीदवार 16 अक्तूबर को आयोजित होने वाली लिखित परीक्षा में बैठेंगे। दिसंबर में चुने गए 25 हजार अग्निवीर प्रशिक्षण के लिए जाएंगे। केन्द्र सरकार अग्निपथ योजना  को भारतीय सेना का आधुनिकीकरण तथा सशक्त करने के लिए लायी है परन्तु अग्निपथ योजना के तहत् की जा रही अग्निवीरों की भर्ती पर प्रथम दिन से ही सवालों के घेरे में है | यह प्रथम बार है कि, भर्ती प्रक्रिया में मीडियाकर्मियोंं को भर्ती स्थल से दूर रखा गया है | इससे पूर्व होने वाली  सेना भर्तियों में मीडियाकर्मियोंं को भर्ती स्थल पर जाने की छूट थी परन्तु इस बार भर्ती स्थल से मीडिया को दूर रखा गया है | मीडिया को भर्ती स्थल से क्यों दूर रखा जा रहा है इसका उत्तर तो सेना के शीर्षाधिकारी ही दे सकते हैं  परन्तु मीडियाकर्मियोंं के मन में यह सवाल अवश्य है कि, आखिर किन मजबूरियों के चलते मीडिया को भर्ती स्थल से दूर रखा जा रहा है? सवाल भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर भी है, क्या प्रक्रिया में पूर्व निर्धारित मानकों का पालन किया जा रहा है, सेना का अंग बनने तथा अग्निवीर बन कर देश सेवा के लिए उत्साहित युवा जो कि, असफल हो चुके हैं उन में से कई युवा भर्ती प्रक्रिया में मनमानी तथा मानकों की अनदेखी करने का आरोप लगा रहे हैं | भर्ती के लिए आये इन युवाओं के आरोपों में कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय हो सकता है परन्तु आमजन के मन में संशय जरूर पैदा करता है | आखिरकार मीडिया को भी भर्ती स्थल से क्यों दूर रखा जा रहा है | सेना की ओर से मीडिया को प्रतिदिन जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की जा रही है वह भी अधूरी ही प्रतीत होती है, विज्ञप्ति में यह जानकारी तो दी जा रही है कि, प्रतिदिन की भर्ती में कितने अभ्यार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं परन्तु दौड़, शारीरिक माप-तौल, मेडिकल तथा अन्य गतिविधियों में प्रतिदिन कितने अभ्यार्थी सफल हो रहे हैं इसकी स्पष्ट जानकारी का अभाव दिखता है | भर्ती प्रक्रिया में मानकों का पालन ठीक से न किये जाने पर कांग्रेस पार्टी पहले ही सवाल उठा चुकी है तथा अब उत्तराखण्ड में सत्ताधारी दल के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी मानकों के अनुरूप भर्ती न होने पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री तथा रक्षा राज्य मंत्री को पत्र प्रेषित कर चुके हैं | उम्मीद की जानी चाहिए कि, अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में उठते सवालो का जबाब सम्बन्धित अधिकारी पूर्ण जवाबदेही तथा पारदर्शिता के साथ देगें ताकि आमजन के मन में भर्ती को लेकर बना हुआ संशय दूर हो सके |

ये हैं शिकायतें

1. 300 युवाओं को एक साथ दौड़ाया जा रहा है तथा उस में से आठ से दस युवा ही चुने जा रहे हैं जबकि, पहले 300 युवाओं में से 60 का चुनाव होता था |
2. 1600 मीटर की दौड़ के लिए पांच मिनट चालीस सेकण्ड निर्धारित किये गये हैं परन्तु दौड़ पांच मिनट में ही समाप्त मानी जा रही है |
3. उत्तराखंड के युवाओं के लिए 163 सेन्टीमीटर का मानक निर्धारित है परन्तु 170 सेन्टीमीटर तक के युवाओं का ही चयन किया जा रहा है |

क्या कहते हैं, शान्तनु प्रताप सिंह, पीआरओ, सेना मध्य कमान, लखनऊ

मंत्री जी के बयान पर हम कुछ नहीं कह सकते | जहाँ तक भर्ती का सवाल है तो वह तय मानकों के अनुसार ही हो रही है | मानकों से कोई भी समझौता नहीं किया जा रहा है | उत्तराखण्ड के युवाओं को लम्बाई का मानक 163 सेन्टीमीटर है तथा भर्ती में उसी का पालन किया जा रहा है।

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