कोटद्वार के विकास में क्षेत्रीय विधायक ही सबसे बड़े बाधक - सुरेन्द्र सिहं नेगी - TOURIST SANDESH

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शुक्रवार, 30 जुलाई 2021

कोटद्वार के विकास में क्षेत्रीय विधायक ही सबसे बड़े बाधक - सुरेन्द्र सिहं नेगी

 कोटद्वार के विकास में क्षेत्रीय विधायक ही सबसे बड़े बाधक - सुरेन्द्र सिहं नेगी

कोटद्वार। प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने भारतीय जनता पार्टी की सरकारों पर लालढांग चिल्लरखाल मोटर मार्ग को अधर में लटकाये जाने एवं अपने निजी फायदे के लिए उलझाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब चुनाव आते ही वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक हरक सिंह रावत उक्त मोटर मार्ग को बारामासी मोटर मार्ग के बजाय सिर्फ सीजनल रोड़ के नाम पर  कोटद्वार की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बन रही रोड़ सिर्फ सीजनल ही बनायी जा रही है, जबकि कोटद्वार की जनता लालढांग - चिल्लरखाल मार्ग को हर मौसम में यातायात के लिए खोले जाने की मांग कर रही है। 

पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता करते हुए वर्तमान विधायक को कोटद्वार विकास में सबसे बड़ी बाधा बताते हुए कहा कि वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक हरक सिंह रावत ने कोटद्वार के विकास कार्यो को आगे बढाने की बजाय उलझाकर कर रख दिया है, जिससे कोटद्वार विकास के क्षेत्र में कई साल पीछे चला गया है, पूर्व काबीना मंत्री ने पूर्ववर्ती कांग्रेस कार्यकाल में कराये गये विकास कार्यो के दस्तावेज प्रेस को दिखाते हुए कहा कि वर्ष 2003 में सत्ता में आयी कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उनके अथक प्रसास से  लालढांग चिल्लरखाल मोटर मार्ग के लिए 1करोड 90लाख की धनरशि स्वीकृत करवायी गयी थी, उसके बाद द्वितीय चरण के निर्माण कार्य के लिए 2 करोड़ 78 लाख की  धनराशि स्वीकृत करवाते हुए उक्त निर्माण कार्य को ईपीआई कम्पनी को ठेका भी दे दिया गया था, लेकिन प्रदेश मे ंसत्ता परिवर्तन होने के बाद सत्ता में आयी भाजपा सरकार ने उक्त निर्माण कार्य को बंद कर दिया गया। बकायदा 20 सितम्बर 2007 में भाजपा सरकार ने लालढांग चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर निर्माण कार्य बंद कराये जाने को लेकर एक आदेश भी जारी किया गया था, उसके बाद फिर से वर्ष 2012 में कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आने के बाद उक्त मार्ग पर निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड एवं स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की शर्तो के अनुसार उक्त मोटर मार्ग के निर्माण के लिए 7 करोड 6 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत करवायी गयी थी, जिसका बकायदा टेंडर भी हो गया था, लेकिन फिर 2017 में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया तथा भाजपा की सरकार आने के बाद एक बार फिर से क्षेत्रीय विधायक हरक सिंह रावत के द्वारा उक्त मोटर मार्ग को सुलझाने के बजाय उलझाया दिया गया। पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र िंसह नेगी ने कहा कि अज्ञानता के कारण या फिर जानबूझकर उलझाने के मकसद से नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड के नियम कानूनों को दरकिनार कर दिया गया, जिससे मामला  कोर्ट में पहुंचा। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विधायक के द्वारा अभी तक न तो ऐलीवेटेड रोड के लिए डीपीआर बनाने की बात कही है, और नही एलीवेटेड रोड़ बनाने का ही जिक्र किया गया है, जिससे अभी  भी उक्त मोटर मार्ग को जनता को बेवकूफ बनाने के लिए सिर्फ सीजनल बनाया जा रहा है, जिससे उक्त मोटर मार्ग पहले की भांति बरसात में बंद हो जायेगा, जिससे कोटद्वार की जनता को दिक्कतों का सामना करना पडेगा। पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने मेडिकल कालेज, कण्वाश्रम के समग्र विकास, केद्रीय विद्यालय में भी रोड़ा अटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्रीय विधायक कभी नहीं चाहता है कि कोटद्वार का विकास हो, पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र िंसह नेगी ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कोटडीढांग में टाइगर सफारी को स्वीकृत किया गया था, जिसे क्षेत्रीय विधायक हरक सिंह अपने निजी फायदे के लिए पाखरो में ले गये है, कहा कि पाखरो में टाइगर सफारी खोले जाने से कोटद्वार के लोगों का कोई भला नहीं होगा। इस अवसर पर महापौर श्रीमती हेमलता नेगी, जिलाध्यक्ष डा. चन्द्रमोहन खर्कवाल, पूर्वपालिका अध्यक्ष विजय नारायण, महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल, महानगर महिला अध्यक्ष श्रीमती शकुंतला चौहान, गणेश नेगी, राजेन्द्र गुसांई, बलवीर सिंह रावत, हेमचंद्र पंवार, विजय रावत, सुधांशू नेगी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

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