सामान्य ज्ञान
संग्रह एवं प्रस्तुति -- राजीव थपलियाल (प्रधानाध्यापक) राजकीय प्राथमिक विद्यालय मेरोड़ा संकुल केंद्र- मठाली विकासखंड -जयहरीखाल जनपद -पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड
आइए हम सभी लोग बसंत ऋतु के बारे में एक छोटी से जानकारी लेते हुए, भारतीय संस्कृति एवं विरासत से संबंधित कुछ सामान्य ज्ञान के प्रश्नों (QUIZ QUESTIONS) की तरफ भी नजर डालते हैं, और अपने ज्ञान में वृद्धि करने का प्रयास करते हैं।
संग्रह एवं प्रस्तुति -- राजीव थपलियाल (प्रधानाध्यापक) राजकीय प्राथमिक विद्यालय मेरोड़ा संकुल केंद्र- मठाली विकासखंड -जयहरीखाल जनपद -पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड
👉 वास्तव में वसन्त ऋतु का आगमन हम सभी को आनंद देने वाला होता है। भारत वर्ष में वसन्त ऋतु मार्च, अप्रैल और मई के महीने में आती है। यह सर्दियों के तीन महीनों के लम्बे समय के बाद आती है, जिसमें लोगों को सर्दी और ठंड से काफी राहत मिलती है। वसन्त ऋतु के दौरान तापमान में नमी आ जाती है और सभी जगह हरे-भरे पेड़ों और फूलों के कारण चारों तरफ हरियाली और रंगीन दिखाई देता है।और समूचा वातावरण बहुत ही अच्छा होने लगता है। वसंत ऋतु के आगमन पर सब लोग वसंत पंचमी का त्यौहार मनाकर खुशियाँ मनाते हैं। वसंत के आने पर सर्दियों का अंत होता है और सब जगह खुशहाली छा जाती है।
👉भारत में वसंत ऋतु को सबसे सुहावना मौसम माना जाता है। प्रकृति में सब कुछ सक्रिय होता रहता है और सभी लोग पृथ्वी पर नए जीवन को महसूस करते हैं। वसंत ऋतु सर्दियों के तीन महीने के लम्बे अन्तराल के बाद बहुत सी खुशियाँ और जीवन में राहत लाती है। वसंत ऋतु सर्दियों के मौसम के बाद और गर्मियों के मौसम से पहले, मार्च, अप्रैल और मई के महीने में आती है,और यादगार बना जाती है।
👉वसंत ऋतु का आगमन सभी देशों में अलग-अलग होने के साथ ही तापमान भी अलग-अलग देशों में अलग-अलग होता है। कोयल पक्षी गाना, गाना शुरु कर देती है और सभी आम के पेड़ों पर आयी बौर का आनंद लेते रहते हैं। प्रकृति में सभी जगह फूलों की खुशबू रोमांच से भरी हुई होती हैं, क्योंकि इस मौसम में फूल खिलना शुरु कर देते हैं, पेड़ों पर नए पत्ते आते हैं, आसमान पर बादल छाए रहते हैं, कलकल करती हुई नदियाँ बहती रहती हैं।समग्रता में हम कह सकते हैं कि, प्रकृति बहुत ही आनंद के साथ घोषणा करती है कि, वसंत आ गया हैः अब यह उठने का समय है।
👉 इस मौसम की सुन्दरता और चारों ओर की खुशियाँ, मस्तिष्क को रचनात्मक और कलात्मक बना देती हैं।और आत्मविश्वास के साथ नए-नए कार्य शुरु करने के लिए शरीर को ऊर्जा प्रदान करती रहती है। सुबह के समय में चिड़ियों की मधुर आवाज और रात में चाँद की चाँदनी, दोनों ही बहुत सुहावने, ठंडे और शान्त हो जाते हैं। आसमान बिल्कुल साफ सुथरा और खुशनुमा दिखता है और हवा बहुत ही ठंडी और तरोताजा करने वाली होती है। यह किसानों के लिए बहुत ही शानदार और महत्वपूर्ण मौसम होता है, क्योंकि उनकी फसलें खेतों में पकने लगती हैं और यह समय उन्हें काटने का होता है।
👉बसंत के आगमन पर किसान नई फसलों के पकने का इंतजार करने लगते हैं। सरसों के सुंदर-सूंदर और पीले-पीले फूल खिल-खिला कर ख़ुशी व्यक्त करते रहते हैं और ऐसे लगते हैं जैसे सिर उठाकर ऋतुराज वसंत का स्वागत कर रहे हों। सरोवरों में कमल के फूल खिल-खिलाते हुए इस तरह पानी को अपने आगोश में ले लेते हैं, जैसे मानव जाति को संकेत दे रहे हों कि, अपने सारे दुखों को समेट कर खुल के जिंदगी का आनंद लेने का प्रयास कीजिये।
भारतीय संस्कृति एवं विरासत से सम्बंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान (QUIZ QUESTIONS) के प्रश्नों का संग्रह।
.(नोट- इस आलेख तथा सामान्य ज्ञान के प्रश्नों को तैयार करने में अन्य संदर्भों की मदद भी ली गई है।)
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