जल संरक्षण के लिए जनभागीदारी आवश्यक - जल संस्कृति परिचर्चा में वक्ताओं का कथन
सम्पादक सुभाष चन्द्र नौटियाल की जल संरक्षण पर आधारित पुस्तक ‘आत्मसत्ता का कारक जल’ का हुआ विमोचन
जल संस्कृति परिचर्चा का हुआ आयोजन
कोटद्वार। टूरिस्ट संदेश फाउण्डेशन के बैनर तले उत्तराखण्ड राज्य स्थापना के 25वें वर्ष प्रवेश पर आमजन जागरूकता के लिए बाल भारती इण्टर कॉलेज, मोटाढाक में जल संस्कृति परिचर्चा संवाद से समाधान आयोजित की गयी। परिचर्चा का विषय ‘कैसे हो हिमालयी जल स्रोतों का संरक्षण?’ था।
आयोजित इस परिचर्चा में की अध्यक्षता गिरीराज सिंह रावत ने की तथा कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुधीर सुन्दरियाल, मुख्य अतिथि डॉ. नन्द किशोर ढौंडियाल, विशिष्ट अतिथि संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार के ऐसोशियेट प्रोफेसर डॉ. दामोदर परगाई, प्रकाश कोठारी, सत्य प्रकाश थपलियाल तथा अनुसूया प्रसाद काला थे। गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि, हिमालयी जलस्रोतों का संरक्षण बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये जलस्रोत न केवल भारत, बल्कि दक्षिण एशिया के कई देशों के लिए जीवनदायिनी हैं।
मध्य हिमालयी क्षेत्र उत्तराखण्ड जल संरक्षण की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इन जलस्रोतों को संरक्षित करने के लिए समग्र नीति की आवश्यकता है तथा जल संरक्षण हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी से ही सम्भव है। जन भागीदारी से ही हिमालयी जल स्रोतों को पुनर्जीवित किया जा सकता है। इस अवसर पर टूरिस्ट संदेश के सम्पादक सुभाष चन्द्र नौटियाल द्वारा लिखित पुस्तक ‘आत्मसत्ता का कारक जल’ का विमोचन भी किया गया साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले मनीषियों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक राकेश मोहन ध्यानी ने किया।
इस अवसर पर जागेश्वर जोशी, योगेश धस्माना, प्रधानाचार्य विजेन्द्र नेगी, प्रधानाचार्य रमाकांत कुकरेती, महेश चन्द्र नौटियाल, कमल बिष्ट, चन्द्रजीत बिष्ट आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
सम्मानित होने वाले मनीषी
1. अभिलाषा भारद्वाज(बालिका शिक्षा उन्नयन सम्मान)
2. डॉ. दामोदर परगाई(वैदिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए)
3. प्रवेश नवानी(पितृवन की स्थापना के लिए)
4. कुलदीप मैन्दोला (संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए)
5. राकेश मोहन ध्यानी एवं बबीता ध्यानी (माटी पाणी युगल सम्मान)
6. इन्दू नौटियाल, (महिला सशक्तिकरण)
7. जल संरक्षण की दिशा में बेहतरीन कार्य करने लिए चौबट्टाखाल क्षेत्र जिला पौड़ी गढ़वाल की बारह महिलाओं का जल प्रहरी सम्मान से सम्मानित किया गया।
सम्मानित होने वाली महिलायें
वंदना ग्राम किमगडी, नूतन पंत ग्राम कुई, कांति देवी ग्राम कुई, निर्मला सुंदरियाल ग्राम कुई, दिब्या बुड़ाकोटी ग्राम चरगाड, दीपा रावत ग्राम लोदी गांव, सुमित्रा देवी ग्राम गडोली, दिक्का देवी ग्राम गडोली, बीरा देवी ग्राम गडोली, सीता देवी ग्राम गडोली, जसोदा देवी ग्राम डबरा तथा सेना देवी ग्राम नौलयूं
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