कोटद्वार में रिवर ट्रेनिंग के नाम पर हो रहे अवैध खनन के खिलाफ प्रदर्शन
कोटद्वार। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के बैनर तले कोटद्वार में रिवर ट्रेनिंग के नाम पर हो रहे अवैध खनन के खिलाफ देवी मन्दिर रोड़ पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने कहा कि पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन कर बरसात के महीने में रिवर ट्रेनिंग के नाम पर पहले से ही छह-छह मीटर तक गहरी खोदी जा चुकी नदियों को पुनः खुदा जा रहा है। इस संबंध में सिंचाई विभाग द्वारा छह मीटर तक नदियां खोदे जाने, नदी के प्रतिबंधित किनारे तक खोद दिए जाने, जिससे सिंचाई विभाग की सुरक्षा दीवारों को खतरा हो गया है। बरसात में दीवारों की बह जाने की आशंका व्यक्त की गई थी वह सत्य साबित हुई और तेली स्रोत नदी में सुरक्षा दीवार जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है, अन्य नदियों के किनारे भी इसी तरह क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। सुरक्षा दीवार के क्षतिप्रस्त होने के कारण आने वाली बरसात में नदी का पानी निकटवर्ती घरों में घुसने की सम्भावना बढ़ गयी है
उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन की शह पर हो रहे इस अवैध खनन में खननकारी नियम कानून तोड़ने में भी कोई गुरेज नहीं कर रहे है ।
साथ बार-बार शिकायत के बाद जब आरटीओ के प्रवर्तन अधिकारियों ने दो चार डंपर पकड़े तो उनमें रवन्ने भी नहीं मिले।
यानी सरकार तो अवैध काम करवा ही रही है पर अधिकारियों की मिलीभगत से सरकार को भी चूना लगाया जा रहा है , जबकि पिछले साल हम पर हुए हमले के बाद प्रशासन ने यह कहा था कि संबंधित खनन स्थलों पर सीसीटीवी और धर्म कांटा लगाया जाएगा। मगर प्रशासन ने आज तक उसकी कोई व्यवस्था नहीं की है। उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं प्रशासन पर नेताओं का दबाव है।
जब शासन द्वारा बरसात में नदियों को रिवर ट्रेनिंग के नाम पर खोलने की अनुमति दी गई तब भी रवन्ने का न मिलना बताता है कि सरकारी अधिकारी किस तरह से सरकार को ही चूना लगा रहे हैं। इस प्रकरण की अलग से जांच होनी चाहिए और जो अधिकारी इन कामों में सम्मिलित हैं उनके वेतन से अवैध खनन की वसूली की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि, यह भी अजीब संयोग है कि कौड़िया पुलिस चौकी से ओवरलोड डंपर और और बॉडी डम्पर रोज गुजरते हैं मगर पुलिस इन अवैध खनन की चोरी करने वालों को नहीं देख पाती है।
सही बात। अवैध खनन बन्द होना चाहिये
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