डॉ0 नागेन्द्र ध्यानी, पू0 गोदावरी देवी प्रसाद कोठारी स्मृति सम्मान से हुए सम्मानित - TOURIST SANDESH

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बुधवार, 15 दिसंबर 2021

डॉ0 नागेन्द्र ध्यानी, पू0 गोदावरी देवी प्रसाद कोठारी स्मृति सम्मान से हुए सम्मानित


 डॉ0 नागेन्द्र ध्यानी, पू0 गोदावरी देवी प्रसाद कोठारी स्मृति सम्मान से हुए सम्मानित

डू समथिंग सोसाइटी, कण्वनगरी-कोटद्वार व साहित्यांचल द्वारा हिन्दी के प्रथम डी0लिट् डॉ0 पी0डी0 बडथ्वाल की 121वीं जयन्ती को धूमधाम से मनाया गया। एमकेवीएन इंटरनेशनल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान सांसद तीरथ सिंह रावत, पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, यमकेश्वर विधायक श्रीमती ऋतु खंडूड़ी, प्रकाश कोठारी, प्रो0 जानकी पवांर व जर्नादन बुडाकोटी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार व एस0सी0आर0टी0 के पूर्व निदेशक डॉ0 नागेन्द्र ध्यानी को हिन्दी के उत्थान के लिए किये गये कार्यो हेतु पू0 गोदावरी देवी प्रसाद कोठारी स्मृति सम्मान से नवाजा गया। डॉ0 नंन्दकिशोर ढौडियाल ने डॉ0 पी0डी0 बडथ्वाल द्वारा विशिष्ठ शोध कार्यों पर विचार रखते हुए उनके जीवन पर भी प्रकाश डाला। डॉ0 दिवाकर बेबनी द्वारा अभिनन्दित व्यक्ति के कार्यों  से सभा को अवगत कराया इस शुभअवसर पर पर एमकेवीएन के छात्र रोहित नेगी जिन्हांने कि 2.05 करोड़ का पैकेज प्राप्त कर उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है उनको एमकेवीएन, डू समथिंग सोसाइटी, गढ़वाल सर्वोदय मेडल व मानसिंह शशि प्रभा सर्वोदय ट्रस्ट द्वारा सम्मानित किया गया। साथ ही रोहित के माता-पिता रमेश नेगी व श्रीमती सरिता को भी सम्मानित किया गया।  तीरथ रावत ने नयी पीढ़ी को साहित्य व साहित्यिक धरोहर को संजोने व उससे मार्गदर्शन लेकर जीवन में आगे बढनें की बात करी।  सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि डॉ0 नागेन्द्र ध्यानी जैसे वरिष्ठ साहित्यकार व उभरते हुए सितारे रोहित नेगी का एक मंच से सम्मान किया जाना उत्तम कार्य है क्यांकि इससे दोनों पीढियों को जोडे़ रखने का प्रयास साकार होता है। साथ ही नई तकनीक को साहित्य से जोड़कर उसे आने वाली पीढी को परोसा जा सकता है डॉ0 नागेन्द्र ध्यानी ने साहित्य को पढ़ने उससे लाभान्वित होने के लिए सरकार व समाज दोनो के प्रयास पर जोर दिया इस अवसर पर एमकेवीएन की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना व गढ़वाली नृत्य प्रस्तुत किया गया। स्वागत भाषण मयंक प्रकाश कोठारी ‘भारतीय’ आभार भाषण प्रकाश कोठारी व समापन भाषण जर्नादन बुडाकोटी द्वारा दिया गया। अंत में जनरल विपिन रावत सहित शहीद हुऐ 12 वीरों व साहित्यांचल के पूर्व अध्यक्ष सुरेश ग्वाड़ी जी के निधन पर मौन रख कर सभी दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की, कार्यक्रम का संचालन रोशन बलूनी ने किया । 

इस अवसर पर शिव प्रकाश कुकरेती, चक्रधर शर्मा, श्रीमती शशि प्रभा रावत, श्रीमती सिन्धु कोठारी, सोनम कोठारी, आरती कण्डवाल, विपिन जदली, बीना बलूनी, हरि सिंह भण्डारी, प्रवेश नवानी, विजय माहेश्वरी, महेन्द्र अग्रवाल, सचिदानन्द भारती, दीपक कुकरेती, श्रीमती गीता बलूनी, गीता नेगी, शशि अमोली, विपिन रावत, रेखा नेगी, सुरेन्द्र आर्य, सत्यप्रकाश थपलियाल, राजेन्द्र बिष्ट, राजेन्द्र बलोधी, बुद्धि ध्यानी, ललन बुडाकोटी, पंकज ध्यानी, मोहिनी नौटियाल, संगीता उनियाल, पी0एल0 खंतवाल, चक्रधर कंडवाल, योगेश पांथरी, गणेश मणि त्रिपाठी, ऋषि कंडवाल सहित शहर के गणमान्य जन उपस्थित रहे।


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