ग्रामीण उद्यमिता को सशक्त करने के लिए ग्राम्य विकास विभाग ने आयोजित किया गुल्लक कार्यक्रम
देहरादून। ग्रामीण उद्यमिता को सशक्त करने के लिए ग्राम्य विकास विभाग ने मुख्यमंत्री आवास में गुल्लक कार्यक्रम का आयोजन किया। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पलायन रोकने तथा स्वरोजगार के अधिकाधिक अवसर उपलब्ध कराये जाने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। ज्ञात हो कि, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा गतवर्ष रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर्स योजना प्रारम्भ की गई थी। जिसके तहत राज्य में हब के रूप में दो इंक्यूबेटर कोटद्वार तथा हवालबाग स्थापित किये गये,थे। इन केन्दों का मुख्य उद्देश्य राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने की। यह देशभर में पहला ऐसा कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रथम बार निवेशकों द्वारा ग्रामीण उद्यमियों को उनके व्यवसाय से सम्बन्धित क्षेत्रों में निवेश किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न सेक्टरों के 60 से अधिक उद्यमियों तथा 16 निवेशकों ने भाग लिया।
आयोजित कार्यक्रम में जनपद पौडी के कोटद्वार से आई उद्यमि श्रीमती अनिता उपाध्याय को पच्चीस हजार, श्रीमती भारती गुसाइ र्को पैतीस हजार, श्रीमती शर्मिला नेगी को पच्चीस हजार, शुभा प्रभाकर को पच्चीस हजार एंव सुश्री अन्जली बिष्ट का पच्चीस हजार की धनराशि निवेशको द्वारा अनुदान के रूप में प्रदान की गयी। इसके अतिरिक्त सौरभ रावत को अपने उद्यम होमस्टे हेतु रू0 पॉच लाख के निवेश की प्रतिबधता दिखाई। इसके अतिरिक्त जनपद चमोली से आये उद्यमी शुभम राणा को निवेशको द्वारा रू 40.00 लाख की धनराशि का निवेश करने की प्रतिबद्धता दिखाई। इसी तरह जनपद अल्मोडा से आये गोविन्द सिह रावत को धनराशि रू 10.00 लाख, जनपद देहरादून की सायराबानो को धनराशि रू 5.00 लाख, जनपद नैनीताल के राहुल पाण्डे को धनराशि रू 25.00 लाख का निवशकों द्वारा निवेश करने की प्रतिबद्धता दर्शायी गयी। इस प्रकार आयोजित कार्यक्रम में निवेशकों द्वारा लगभग रू 1.25 करोड का कुल निवेश किये जाने की प्रतिबद्धता की गई।उक्त के अतरिक्त निवेशकों द्वारा 19 उद्यमियों को धनराशि रू 5.20 लाख का अनुदान भी प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की रूरल बिजनेस इन्क्यूबरेटर के स्पोक सेन्टर अन्य 11 जिलों में भी स्थापित किये जायेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा मिशन अन्त्योदय सर्वे का भी शुभारम्भ किया गया। सर्वे अन्तर्गत गॉवों में उपलब्ध आधारभूत संरचना, सेवाओं, आर्थिक विकास एवं सामाजिक न्याय से सम्बन्धित विषयों पर सर्वे का कार्य किया जायेगा।भारत सरकार के निर्देशानुसार 10 जनवरी 2023 से आगामी एक माह तक मिशन अन्त्योदय सर्वे मोबाइल ऐप के माध्यम से राज्य में सामुदायिक काडरों की महिलाओं द्वारा सर्वे किया जायेगा।
इस अवसर पर सचिव ग्राम्य विकास विभाग उत्तराखण्ड शासन डॉ बी वी आर सी पुरूषोत्तम, आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग पौडी आनन्दस्वरूप, अपर सचिव ग्राम्य विकास विभाग श्रीमति नितिका खंण्डेलवाल, आरवीआई के मुख्य क्रियान्वयन अधिकारी डॉ प्रभाकर बेबनी, एस0पी0एम0यू ग्राम्य विकास के सन्दीप सिंह रावत, पीडब्लू सीटीएसए टीम तथा विभाग के अन्य अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।
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