सर्वोदय सेविका गांधीवादी बसंती देवी को ’पद्मश्री’ मिलने पर गढ़वाल सर्वोदय मंडल ने जतायी खुशी
कोटद्वार। गढ़वाल सर्वोदय मंडल की हल्दूखाता में हुई गोष्ठी में सर्वोदयी गांधीवादी, उत्तराखंड प्रदेश सर्वोदय मण्डल की पूर्व सचिव बसंती देवी का चयन ’पद्मश्री पुरस्कार’ हेतु किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
सर्वोदय सेविका, गांधीवादी, वयोवृद्धा श्रीमती शशिप्रभा रावत ने कहा कि बहन बसंती देवी का बाल विवाह 10 वर्ष की उम्र में तत्कालीन परंपराओं के अनुसार हुआ,किन्तु वह 12 वर्ष की उम्र में ही विधवा हो गई। उसके बाद उनके जीवन ने मोड़ लिया और ’कस्तूरबा महिला उत्थान मण्डल,लक्ष्मी आश्रम कौसानी’ ज़िला अल्मोड़ा में रहकर गांधी विचारों का प्रवाह करने लगी, सर्वोदयी सुश्री राधा बहन की ममतामयी छांव में गांधी दर्शन व महिला उत्थान आदि विषयों पर कार्य करने लगीं तथा महिलाओं एवम सर्वोदय समाज में उनकी विशिष्ट पहचान बन गई , फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नही देखा । उत्तराखंड प्रदेश सर्वोदय मण्डल के सचिव सर्वोदयी सुरेन्द्र लाल आर्य ने कहा कि बहन बसंती देवी अध्यक्षा अल्मोड़ा ज़िला सर्वोदय मण्डल , सचिव उत्तराखंड प्रदेश सर्वोदय मण्डल,सचिव कस्तूरबा महिला उत्थान मण्डल लक्ष्मी आश्रम कौसानी, अध्यक्षा महिला मंगल दल कौसानी, अध्यक्षा कोसी बचाओ संघर्ष समिति आदि पदों पर कार्य कर चुकी हैं , उन्होंने पर्यावरण के क्षेत्र में वनों को कटान से बचाया, व कोसी वन क्षेत्र में वृहद वृक्षारोपण किया परिणाम स्वरूप कोसी नदी में पुनः पानी लौट आया । पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए उन्होंने कोसी से रामनगर तक 15 दिनों तक 50 महिलाओं के साथ पदयात्रा की। उन्होंने महिला सशक्तीकरण का संकल्प लेकर देश-विदेश की यात्रा कर महिलाओं की स्थिति को समझा व उसका निदान सुझाया। ,उनका सर्वोदयार्थ समर्पित जीवन समाज को दिशा दे रहा है ।
बहन बसंती देवी को पर्यावरण व नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु नारी शक्ति पुरुस्कार- 2016, देवी पुरुस्कार- 2016, फेमिना वूमन जूरी अवार्ड-2017 सहित कई सम्मानों से सम्माननित किया गया हैं । गोष्ठी में मयंक प्रकाश कोठारी “ भारतीय“, शूरबीर खेतवाल, विनय रावत, श्रीमती मंजू रावत, नेत्र सिंह रावत आदि उपस्थित थे, गोष्ठी का संचालन कै. पी एल खंतवाल ने किया ।
कार्यक्रम के अंत मे उत्तराखंड में भूदान आंदोलन के प्रणेता आचार्य बिनोवा भावे के सहयोगी ’स्वामी योगानन्द जी महाराज पूर्व नाम सोहनलाल भू-भिक्षु’ की तीसरी पुण्यतिथि पर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
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