रूलर बिजनेस इनक्यूबेटर (आरबीआई) - TOURIST SANDESH

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मंगलवार, 11 जनवरी 2022

रूलर बिजनेस इनक्यूबेटर (आरबीआई)

 जानकारी

 रूलर बिजनेस इनक्यूबेटर (आरबीआई)


कोटद्वार। रुरल बिजनस इन्क्यबेशन (आरबीआई) ग्राम्य विकास विभाग-उत्तराखंड की एक अभिनव पहल है जिसका उद्देश्य ग्रामीण अंचल के उधयमशील शिक्षित, तकनीकी कौशल रखने वाले युवाओं को उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं से ना सिर्फ परिचित कराना है वरन उनमे निहित उद्यमिता की क्षमता को पहचानना और प्रोत्साहित करना है।

माना जा रहा हैं कि, आने वाले समय यह संस्थान अन्य सरकारी संस्थानों से भिन्न होगा और यहाँ की  प्रोफेशनल से सुसज्जित टीम आने वाले समय में ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ  क्षेत्र के लोगों में विश्वास और संवाद स्थापित कर युवाओं के मन में सफल व्यवसाई बनने का बीजारोपण अवश्य करेगी।

 संस्थान के बारे में सामान्य जानकारी

रूलर बिजनेस इनक्यूबेटर (आरबीआई)क्या है?

रूलर बिजनेस इनक्यूबेटर एक व्यवस्था है जो ग्रामीण क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति को व्यवसाय करने के लिए जरूरी सुविधा, सहयोग के लिए परामर्श और मार्गदर्शन प्रदान करती है । आरबीआई का मूल उद्देश्य है की जो भी व्यवसाय का विचार हो वह ना सिर्फ हकीकत बने वरन् जो व्यवसाय के  इच्छुक हैं उनकी जानकारी, क्षमता बढ़े और व्यवसाय की स्थापना से उसके बाजार में उतरने तक जो भी उनकी जरूरतें हैं उसे पूरा करने में परामर्श और मार्गदर्शन किया जाये। 

रूलर बिजनेस इनक्यूबेटर (आरबीआई)का लाभ कौन कौन ले सकते है?

उत्तराखंड के ग्रामीण विस्तार में रहते कोई भी युवा(महिला,पुरुष ) जो कोई व्यवसाय की इकाई स्थापित करना चाहते है वे इसका लाभ ले सकते हैं। 

रूलर बिजनेस इनक्यूबेटर (आरबीआई)का लाभ लेने की पात्रता क्या है?

1. मन-मष्तिक में बिजनस आइडिया हो।

2. पढ़ने तथा लिखने की योग्यता रखता हो।

3. मोबाईल व इंटरनेट चलाने की जानकारी हो

4. उत्तराखंड का ग्रामवासी हों 

5. पसंदीदा व्यवसाय का थोड़ा अनुभव हो, या कोई तालीम ली हो तो बेहतर 

6. उद्यमी की सिविल क्लेयर हो यानी आपने पूर्व में लोन लेकर समय पर चुकाया हो 

रूलर बिजनेस इनक्यूबेटर (आरबीआई)में लोगों को क्या क्या लाभ/ सुविधा मिलेगी ?

 आरबीआई किसी भी व्यक्ति को सफल रोजगार, व्यवसाय स्थापना में मार्गदर्शन, परामर्श, तालीम द्वारा ना सिर्फ क्षमता बढ़ाने में मदद करेगी बल्कि इसके अलावा यह एक ऐसी व्यवस्था है जहाँ सामान्यतः व्यक्ति एक या दूसरे मौके पर हताश और निराश होकर अपना स्वरोजगार का ख्याल छोड़कर बैठ जाता है क्यूँकी कुछ व्यवस्था की बाध्यता, प्रक्रिया तथा नीतियाँ अथवा सहयोग पाने की पात्रता प्रस्ताव बनाना, बिजनस प्लान, प्रपोज़ल प्रेज़न्टैशन, उपलब्ध योजनाओं, स्कीम में सबसे लाभप्रद से मिलान, रेजिस्ट्रैशन प्रक्रिया की जटिलता, कानूनी प्रक्रिया में मुश्किल, ब्रांडिंग की क्षमता का अभाव, मार्केटिंग प्लान सुगठित ना होना और सेल्स नेटवर्क यानी माल/सेवा की खपत कहाँ और कैसे हो इन विषय पर  जानकारी, परामर्श और दक्ष लोगों की सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। 


क्या आरबीआई  लोन भी देगी?

नहीं, आरबीआईकोई लोन की स्कीम नहीं है। यह किसी भी उत्साही व्यक्ति को उसके और उसके सपनों के बीच अवरोध या बाधा के निवारण को प्रतिबद्ध व्यवस्था है जो आपको आपके व्यवसाय के हर कदम पर अपनी पात्रता और क्षमता बढ़ाने का सहयोग देगी और आप सामान्यत आती अड़चनों से ना ही रुकें और ना ही पीड़ित व प्रताड़ित अनुभव करें इसके लिए कटिबद्ध रहते हुए उत्तराखंड सरकार के निर्धारित मानकों के अनुसार काम करेगी। 


आरबीआई से क्यूँ जुड़े?

हाँ, आरबीआई कोई लोन देने दिलाने वाली स्कीम नहीं है परंतु इसका उदेश्य उद्योग साहसिक बनने में सभी जरूरी सहयोग उपलब्ध कराना है । एक ग्रामीण और उसके लिए सरकारी योजनाओ को गिनें तो 50 से अधिक हैं पर क्या व्यक्ति सबका पूरा लाभ ले पाता है? नहीं, कहीं लोन और सब्सिडी के मायाजाल में अपना रोजगार का सपना दम तोड़ देता है! हाँ, सही संपर्क और फंड देनेवालों से सही ‘रीलैशन्शिप’ के अभाव भी कारण हैं जिन्हें आरबीआई स्वतः सामने रख देगी की कोई प्रपोज़ल अगर रिजेक्ट हुआ तो किन कारणों से ताकि आवेदनकर्ता कमियों की पूर्तता कर पुनः आवेदन करें।  आरबीआई ऐसे उद्यमी उत्तराखंडियों के साथ एक मजबूत सहारे की भूमिका निभाने को कटिबद्ध है जो स्वावलम्बन के साथ समाज में अपनी अलग पहचान बनाना चहाते हैं।

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