उत्तराखंड में बने सख्त जनलोकपाल - डाॅ शक्ति शैल कपरवान - TOURIST SANDESH

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मंगलवार, 7 दिसंबर 2021

उत्तराखंड में बने सख्त जनलोकपाल - डाॅ शक्ति शैल कपरवान

 उत्तराखंड में बने सख्त जनलोकपाल - 

डाॅ शक्ति शैल कपरवान

कोटद्वार | उत्तराखंड को भष्ट्राचार से मुक्त करने के लिए सख्त जनलोकपाल की आवश्यकता है | यह बात डाॅ शक्ति शैल कपरवान ने एक पत्रकार वार्ता में कही | अपने निजी आवास पर पत्रकार वार्ता करते हुए उन्होंने ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टी यूकेडी को मजबूत कर विधानसभा में जन पक्षीय व क्षेत्रीय पार्टी की सरकार बनाने के उद्देश्य से मैंने राजनीतिक सन्यास को  त्याग कर  राजनीति में सक्रिय होने का निर्णय लिया है।
मेरी योजना है ,स्वयं चुनाव न लड़कर यूकेडी के लिए अधिकतम बूथ, अधिकतम सीट लाने के सिद्धांत पर संपूर्ण उत्तराखंड में कार्य करूं। मेरी लड़ाई रहेगी कि उत्तराखंड की
विधायकों व राजनेताओं, अधिकारियों के वेतन भत्ता बढ़ाने के कानून तो बन रहे हैं, परंतु आम जनता के हितों की योजना और कानून नहीं बन रहे हैं। और यदि बन भी रहे हैं तो वह पूर्ण रूप से असफल हैं।
 मेरा प्रयास रहेगा कि जनहितों के कानून विधानसभा में बने ,इसके लिए लड़ाई  लड़ी जाएगी। शासन प्रशासन जनप्रतिनिधि आकंठ भ्रष्टाचार में डूब कर जनता के बजट का अपहरण कर रहे हैं ,इसलिए कठोर लोकायुक्त की व्यवस्था उत्तराखंड में होनी चाहिए। ताकि मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव का कार्यालय  को भी भ्रष्टाचार से मुक्त किया जा सके ।सबसे अधिक जरूरी यह है कि भाजपा और कांग्रेस की उत्तराखंड के बजट को लूटने कीसरकार  कीअदला-बदली कर योजना  को का पर्दाफाश कर लूटने वाले राजनेताओं को के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए संघर्ष किया जाएगा यूकेडी और जनता के बीच टूटे संवाद को जोड़ना और चुनाव में बूथ कमेटियां गठित कर ग्रास रूट तक संगठन को पहुंचाना पहला कार्य होगा। उत्तराखंड के लिए लड़ने वाले शहीदों और आंदोलनकारियों ने जिस आत्मनिर्भर उत्तराखंड राज्य की कल्पनाएं की थी, उन्हें साकार करने के लिए यूकेडी को मजबूत बनाने पर जोर दूंगा ।
जन स्वास्थ्य की रक्षा करने, शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन लाने, जल जंगल जमीन पर जनता के अधिकारों को दिलाने, पलायन को रोकने गांव को मजबूत बनाने, पहाड़ी विकास योजनाओं को लागू करने ,बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के लिए रोजगार मूलक योजनाओं का निर्माण करने के लिए प्राथमिकता के साथ संघर्ष किया जाएगा।
 मैंने 3 साल पूर्व राजनीति से सन्यास लेकर गैर राजनीतिक मंच उत्तराखंड नवनिर्माण सेना और उत्तराखंड आंदोलनकारी राष्ट्रीय मोर्चा के मंच पर जन आंदोलन को संचालित किया, इन 3 सालों में मुझे लगा कि राष्ट्रीय पार्टियों की राजनीतिक आर्थिक सांस्कृतिक  नीतियांऔर विकास योजना संबंधी कार्य उत्तराखंड की जनता के विरोधी हैं, विशेषकर पहाड़ और गांव विरोधी हैं। इसलिए क्षेत्रीय पार्टी की सरकार उत्तराखंड में बननी ही चाहिए।
 मैने निर्णय लिया है कि उत्तराखंड क्रांतिदल  को राजनीतिक रूप से सशक्त कर चुनाव में विजयी बनाने का कार्य करूंगा ।
पत्रकार वार्ता में महेंद्र सिंह रावत, हरीश द्विवेदी,प्रवेश नवानी, गुलाबसिंह रावत,दर्शन सिंह नेगी,विमल डंडरियाल,प्रभाकर ध्यानी,हयात सिंह गुसाईं,मुकेश बड़थ्वाल,आशा रावत आदि सम्मिलित थे।

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