मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए अपनाऐं भारतीय जीवन पद्धति - TOURIST SANDESH

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रविवार, 1 नवंबर 2020

मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए अपनाऐं भारतीय जीवन पद्धति

 मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए अपनाऐं भारतीय जीवन पद्धति

कोटद्वार। यदि आप जीवन में तनाव से मुक्त रहना चहाते हैं तो भारतीय जीवन पद्धति से आत्मसात् करें। यह बात विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर गढ़वाल सभा उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कही। के प्राइड माल के सभागार में आयोजित विचार गोष्ठी का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन के साथ गढ़वाल सभा के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश शर्मा, कर्नल बी. बी. ध्यानी, गोविन्द डंडरियाल तथा अन्य उपस्थित जनों द्वारा किया गया। गोष्ठी में वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि, किसी भी व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य उसके जीवन में परिस्थितियों के साथ संतुलन बैठाने की क्षमता पर निर्भर करता है। विचार गोष्ठी में अध्यापिका बबीता ध्यानी ने जोर देकर कहा कि यदि हमें जीवन में मानसिक तनाव से मुक्त रहना है तो हमें भारतीय जीवन पद्धति से जुड़ने की आवश्यकता है। नियमित योगाभ्यास से मानसिक तनाव से मुक्ति मिल सकती है। वक्ताओं ने कहा कि, वर्त्तमान दौर में मानसिक अवसाद से मुक्ति के लिए भारतीय संस्कृति पर आधारित योग, आयुर्वेद, आचार-विचार, यम-नियम से आत्मसात् करने की आवश्यकता है। वर्त्तमान भौतिकवादी इस युग में तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए भारतीय जीवन दर्शन सबसे उपयुक्त है। कार्यक्रम में योगम्बर सिंह रावत, अजय बिष्ट, सुभाष चन्द्र नौटियाल, डा0 हरेन्द्र, गिरिराज सिंह रावत, मोहिनी नौटियाल, दीपक गौड़, गायत्री भट्ट, मन्जु जखमोला, लीला कर्णवाल, डा0 चन्द्र मोहन बड़थ्वाल, ललन बुडाकोटी, योगोश पांथरी, प्रफुल पांथरी, प्रवेश नवानी, डा0 शक्तिशैल कपरवाण, चन्द्र प्रकाश नैथानी, सोम नैथानी आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन गढ़वाल सभा के सचिव राकेश मोहन ध्यानी ने किया।        


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